देहरादून: ज़ोमैटो और स्विगी ने लोगों की बड़ी मुश्किलें हल की हैं। डिलिवरी ब्वॉय की वजह से ही लोगों को अब घर बैठे स्वादिष्ट खाना मिल जाता है। मगर कई बार छोटी छोटी लापरवाही समाज को दीमक की तरह चाटने का काम कर जाती हैं। उत्तराखंड में तीन युवक डिलिवरी ब्वॉय गिरफ्तार हुए हैं। जो खाने डिलीवर करने की आड़ में ड्रग्स की तस्करी किया करते थे।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने जानकारी दी और बताया कि नेहा सिंघल निवासी टर्नर रोड, देहरादून का डेढ़ लाख का मोबाइल जिम से चोरी होने की शिकायत पर जांच शुरू की गई थी। सीसीटीवी से पता चला कि बुर्का पहने व्यक्ति ने फोन चोरी किया है और बाद में बाइक से फरार हो गया है। पुलिस ने गाड़ी के नंबर से सौरभ कुमार निवासी टीचर कॉलोनी, देवबंद, सहारनपुर के रूप में युवक की पहचान भी कर ली।
यह खबर मिलते ही कि सौरभ अपनी कार से मंगलवार को देहरादून आने वाला है, पुलिस ने आशारोड़ी चेकपोस्ट पर कार रोकी और उसमें सवार सौरभ, नीरज कुमार राणा और विशाल कुमार नाम की तलाशी ली। गाड़ी में चोरी का मोबाइल, 70 ग्राम स्मैक और साढ़े तीन लाख रुपए नकद देखकर पुलिस कर्मियों की भी आंखें खुली की खुली रह गईं। नीरज का कहना है कि विशाल उसका बड़ा भाई और सौरभ दोस्त है।
तीन सालों से देहरादून में निवास करने वाला नीरज चंद्रबनी स्थित जिम में ट्रेनर भी है। इससे पहले भी वो चोरी के कारण जेल गया था। जहां उसने स्मैक तस्करों के साथ मिलकर नशा तस्करी का प्लान बनाया। इसी दिशा में उन्होंने जोमेटो व स्विगी में काम करना शुरू किया और विशाल व सौरभ ने फूड डिलीवरी की आड़ में सहारनपुर से स्मैक लाकर यहां बेचना शुरू कर दिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि मोबाइल चोरी भी लालच के कारण की थी। जानकारी के अनुसार स्मैक तस्करी से आरोपितों ने एक महंगी स्पोर्ट्स बाइक, तीन स्प्लेंडर मोटरसाइकिलें और पित्थूवाला में 25 लाख रुपये का प्लॉट भी खरीदा है। प्रशासन के निर्देश के बाद संपत्ति जब्त की जा सकती है। इस मामले के खुलासे की बात पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।