हल्द्वानी शहर की पहचान शिक्षा हब के रूप में होने लगी है। पहाड़ी इलाकों से युवा हल्द्वानी शहर शिक्षा के लिए पहुंच रहा है। आज शहर के हर क्षेत्र में तमाम स्कूल और कोचिंग स्थान खुल गए हैं, जिससे युवाओं को दूसरे राज्य की ओर नहीं जाना पड़ता। बच्चों की कामयाबी ने स्कूलों को भी शहर में विख्यात किया है। हल्द्वानी से सटे गौलापार होने को ग्रामीण क्षेत्र है लेकिन वो इलाका भी शिक्षा हब हल्द्वानी के रास्ते में निकल पड़ा है। किसी क्षेत्र का उत्थान आईडियाज़ से होता है और ये शिक्षा के माध्यम से ही आता है।
गौलापार स्थित वैंडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अपने विद्यार्थियों की कामयाबी के चलते जिले के विख्यात स्कूलों की लिस्ट में शामिल हो रहा है। साल 2019 में हाईस्कूल और इंटर के नतीजों ने ये साबित भी किया। हाईस्कूल में 8 छात्रों ने करीब 89 प्रतिशत व उसे अधिक अंक प्राप्त किए। वहीं 12वीं में ये संख्या 7 रही। स्कूल के छात्रों के प्रदर्शन ने साबित किया कि अगर ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के अवसर प्राप्त होंगे तो वो आसमान छू सकते हैं।
वेंडी स्कूल के प्रबंधक विकल बवाड़ी की मानें तो शिक्षा के क्षेत्र से वो पिछले तीन दशकों से जुड़े हैं। किसी भी क्षेत्र में उन्नति का रास्ता शिक्षा से ही जाता है। गौलापार जैसे ग्रामीण इलाकों में इस लक्ष्य के साथ ही उन्होंने स्कूल की स्थापना की। स्कूल में बच्चों को ऑल राउंड शिक्षा देने पर जोर दिया जाता है। इस लिस्ट में पढ़ाई, खेल-कूद, कंप्यूटर ज्ञान और रूचि मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में छात्र को ऑलआउंडर होना जरूरी है। स्कूल के बच्चों ने अपनी कामयाबी से हमें विश्वाश दिलाया है कि हम सही राह पर हैं। उन्होंने कहा कि उन्नति का रास्ता सालों की मेहनत के बाद लक्ष्य तक पहुंचता है और हम स्कूल में इस तरह की सोच ही विद्यार्थियों को भी देते हैं।