हल्द्वानी: कुमाऊं के रेल यात्रियों को और सुगम व सुरक्षित यात्रा का अनुभव कराने के लिए रेलवे काफी समय से तैयारी कर रहा है। इस तैयारी का ही नतीजा है कि भोजीपुरा से लालकुआं तक 65 किलोमीटर लंबी रेल पथ का विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। अब मई के अंत या जून तक काठगोदाम से लालकुआं के लिए भी इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ने लगेगी। इसके लिए लाइन बिछाने का काम हो रहा है।
बता दें कि बुधवार से ही रेलवे द्वारा टावर वैगन मशीन लगा दी गई है। जिससे काठगोदाम रेलवे स्टेशन और लालकुआं के बीच तारों की फिटिंग शुरू कर दी गई है। अधिकारियों की मानें तो जून तक ही काम पूरा हो जाएगा। जिसके बाद काठगोदाम से रेलवे इलेक्ट्रिक ट्रेन भी चला सकेगा। याद दिला दें कि 9 मार्च को भोजीपुरा लालकुआं के बीच इलेक्ट्रिक रेल इंजन का सफल ट्रायल हुआ था।
जिसके लिए खुद पूर्वोत्तर जोन के रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान और रेल प्रबंधक आशुतोष पंत लालकुआं आए थे। इसके बाद से ही इलेक्ट्रिक लाइन को काठगोदाम तक लाने का काम भी शुरू हो गया। गौरतलब है कि इलेक्ट्रिक ट्रेन बिजली से चलती है और सामान्य ट्रेन के मुकाबले इसकी गति ज्यादा अधिक होती है।
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र कुमार ने जानकारी दी और बताया कि तारों की फिटिंग टावर वैगन के द्वारा की जा रही है। मई के आखिरी हफ्ते या जून तक काम पूरा हो जाएगा तो ट्रेन का ट्रायल कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि तारों के आसपास काफी खतरा रहता है। क्योंकि तारों में 25000 किलोवाट का करंट दौड़ता रहता है। इसलिए किसी का भी इसके पास जाना खतरे से खाली नहीं होता।