काठगोदाम: रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल काठगोदाम बरेली रेल खंड में भी विद्युत से चलने वाली ट्रेन के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। जी हां, बहुत जल्द सभी रेल यात्रियों को काठगोदाम से भी बिजली से चलने वाली ट्रेन में बैठने का लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों को संरक्षित, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुविधा प्रदान करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि रेलवे यात्रियों की यात्रा को आरामदायक के साथ-साथ तीव्रगामी बनाया जाए। इसी वजह से रेल लाइनों के विद्युतीकरण पर खासा जोर दिया जा रहा है। ये काम प्राथमिकता से किया जा रहा है। बता दें कि पूर्वोत्तर रेलवे के कुल 3141.53 रूट किलोमीटर में से अभी तक 77 फ़ीसदी किमी रूट का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
कुमाऊं परिक्षेत्र की बात करें तो बरेली काठगोदाम रेल खंड में विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। यहां पर जगह-जगह बिजली के पोल खड़े किए गए हैं। जिन पर अब विद्युत लाइन बिछाने की भी तैयारी की जा रही है। वहीं सिग्नल और विद्युतीकरण को लेकर काम चल रहा है। बता दें कि लालकुआं-काशीपुर एवं काशीपुर-रामनगर के बीच में भी विद्युतीकरण का टारगेट है।
इसके अलावा लालकुआं-रामपुर रेलखंड पर भी विद्युत ट्रेनों के संचालन के लिए पुरजोर कोशिशें की जा रही हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में रेलखंड पर विद्युत ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि विद्युतीकरण के अपने लाभ हैं। इससे ट्रेन के कोचों में लाइटिंग, पंखा, चार्जर आदि बिजली से चलने से डीजल की अतिरिक्त बचत होती है।
इसी के साथ साथ थ्री फेज इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव रीजेनरेटिव ब्रेकिंग से उर्जा की बचत होती है। तो वहीं इंजन में आवाज बहुत कम होने से लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट को काफी सुविधा होती है। इसके अलावा ध्वनि प्रदूषण में भी कमी देखी जाती है। विशेषज्ञों के द्वारा रेल के विद्युतीकरण को पर्यावरण के अनुकूल तथा किफायती बताया गया है। इससे रेल यात्रियों को भी एक नया अनुभव मिलने की उम्मीद है।