Uttarakhand Roadways: Uttarakhand Tourism: Uttarakhand Holi Travel Update:
त्योहारों के समय अपने घर से दूर रहने वाला हर व्यक्ति अपने घर लौटने के लिए पूरा प्रयास करता है। घर से दूर रहने वाले इन सभी लोगों में कई छात्र होते हैं और कई रोजगार के लिए अन्य राज्यों में रहने वाले लोग भी शामिल होते हैं। त्योहारों में ट्रेन बस जैसे यात्रा के माध्यम में सीट लेने के लिए बड़ी मेहनत करनी पड़ती है। ऑनलाइन बुकिंग में भी हफ़्तों पहले से वेटिंग का नोटिस मिलने लग जाता है। अन्य राज्यों और पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाले लगभग हर यात्री को इस समस्या से गुज़ारना पड़ता है लेकिन उत्तराखंड रोडवेज ने इस समस्या से निपटने के लिए एक उपाय निकाला है।
जैसा कि आप जानते हैं होली बस आने ही वाली है और रंगों के इस त्यौहार में रोडवेज ने अपनी बसों की संख्या में 40 अतिरिक्त बसों का संचालन जोड़ने का निर्णय किया है। सभी मैदानी क्षेत्रों के साथ इन बसों का संचालन पर्वतीय क्षेत्रों में भी होगा। परिवहन प्रोत्साहन योजना के अंतरगत यह सुविधा सभी यात्रियों को दी जा रही है। साथ ही सभी बस चालक और परिचालक को भी होली के दौरान काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। बता दें कि हल्द्वानी और काठगोदाम डिपो में कुल मिलाकर बसों की संख्या 184 है। इन 184 बसों में से प्रतिदिन 140 से 150 बसों का संचालन होता है। प्रतिदिन संचालन में जिन बसों का उपयोग नहीं किया जाता उन्हें विशेष अवसर या त्योहारों के समय संचालित करने के लिए रिज़र्व रखा जाता है।
ये 40 अतिरिक्त बसें दिल्ली, बरेली, लखनऊ, मुरादाबाद के अलावा पहाड़ के रानीखेत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ समेत कई शहरों के लिए चलाई जाएंगी। इन सभी शहरों में त्योहारों के समय रोडवेज स्टेशनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है। ज़्यादा भीड़ और कम बसों के कारण कई बार यात्री अपने गंतव्य तक नहीं पहुँच पाते। इनमें कई ऐसे शहर भी हैं जहाँ बसों के अलावा कोई अन्य साधन इतनी आसानी से नहीं मिलता। इस गंभीर समस्या पर संज्ञान लेते हुए रोडवेज प्रबंधन ने 40 अतिरिक्त बसों का संचालन इन रूटों पर करने का फैसला किया है। परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक एसएस बिष्ट ने कहा है कि निर्धारित रूटों पर मांग बढ़ने पर बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जा सकती है।