
Vivek Triphati: Father of Signature Astrology in India: Tips: सिग्नेचर एस्ट्रोलॉजी की दुनिया में यह माना जाता है कि किसी व्यक्ति का हस्ताक्षर उसके व्यक्तित्व, ऊर्जा और जीवन में आने वाली परिस्थितियों का दर्पण होता है। इस क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञ विवेक त्रिपाठी लंबे समय से लोगों के हस्ताक्षर का अध्ययन कर चौंकाने वाली बातें बताने के लिए जाने जाते हैं।
Father of Signature Astrology विवेक त्रिपाठी का बड़ा दावा
Father of Signature Astrology विवेक त्रिपाठी के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति अपने नाम के पहले अक्षर को हस्ताक्षर के दौरान काट देता है, तो यह उसके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डालता है।
उनके अनुसार:
पहला अक्षर काटना व्यक्ति के व्यक्तित्व और अस्तित्व पर प्रतिकूल असर डालता है।
ऐसे लोगों के जीवन में किसी न किसी समय दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है।
कई बार उन्हें शरीर के ऊपरी हिस्से में चोट लगने की स्थिति भी बनती है।
Father of Signature Astrology विवेक त्रिपाठी का कहना है—“पहला अक्षर व्यक्ति की पहचान है। उसे काटना यानी खुद की ऊर्जा को काटना।”
स्वास्थ्य और सर्जरी पर भी पड़ता है असर? स्वास्थ्य और सर्जरी पर भी पड़ता है असर?
Father of Signature Astrology विवेक त्रिपाठी के अनुसार, नाम का पहला अक्षर कटने वाले हस्ताक्षर सिर्फ दुर्घटनाओं का ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और सर्जरी के संकेत भी देते हैं।
उनका दावा है कि:
ऐसे लोगों के आसपास दवाइयों की मौजूदगी अधिक देखी जाती है।
उनके फोन में डॉक्टरों के नंबर भी सामान्य से अधिक पाए जाते हैं।
कई लोगों को जीवन में मेडिकल सर्जरी से गुजरना पड़ता है।
उपाय क्या है? विवेक त्रिपाठी ने दी सलाह
यदि आप भी ऐसा सिग्नेचर करते हैं जिसमें पहला अक्षर कट जाता है, तो विवेक त्रिपाठी कुछ महत्वपूर्ण उपाय सुझाते हैं:
अपना सिग्नेचर तुरंत बदलें।
नाम का पहला अक्षर बिल्कुल साफ और पूर्ण लिखें।
सिर्फ पहला ही नहीं, किसी भी अक्षर को कटने से बचाएं।
साफ, संतुलित और ऊर्जा से भरा हस्ताक्षर अपनाएं।
भले ही सिग्नेचर एस्ट्रोलॉजी विज्ञान पर आधारित नहीं है, लेकिन विवेक त्रिपाठी के अनुभव और वर्षों की स्टडी से निकले निष्कर्ष लोगों को सोचने पर मजबूर करते हैं। उनके अनुसार गलत सिग्नेचर इंसान की ऊर्जा, स्वास्थ्य और जीवन की दिशा पर असर डाल सकता है।






