रामनगर: बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण यहां बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कोसी नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। कोसी नदी का पानी रिजॉर्ट में घुस जाने से सौ लोग फंस गए हैं। बता दें कि अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। बैराज पर आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है।
गौरतलब है कि पहाड़ों में लगातार बारिश होने के कारण कोसी नदी में पानी बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार सुबह आठ बजे 139595 क्यूसेक पानी आने से गर्जिया मंदिर का आधा टीला पानी में डूब गया है। ऐसे में कोसी से सटे दर्जनों गांवों में सतर्कता बरतने को कहा गया है। काशीपुर में अलर्ट जारी किया है। मालधन गांव में पानी घुसने के कारण यहां के लोगों को अलग जगह शिफ्ट किया जा रहा है।
सिंचाई विभाग के ईई केसी उनियाल ने जानकारी दी और बताया कि कोसी नदी में आखिरी बार खतरे के निशान (90 हजार क्यूसेक) से ऊपर पानी साल 2010 मे आया था। तब यहां एक लाख 60 हजार क्यूसेक पानी आ गया था। उस वक्त बाढ़ के कारण घर नदी में समा गए थे। इस बार भी पानी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालात ठीक वैसे ही बने हुए हैं।
वहीं रामनगर के रिजॉर्ट में कोसी नदी का पानी भरने से अलर्ट जारी हो गया है। बताया जा रहा है कि यहां करीब 100 लोग फंसे हुए हैं। मोहान स्थित लेमन ट्री रिसोर्ट में कोसी नदी का पानी घुसने की खबर सामने आई है।उधर चुकुम के प्रधान जस्सी राम ने बताया कि गांव में लगातार भू कटाव जारी है तीन मकान बह गए हैं, लोग जंगल की ओर शरण ले चुके हैं। बारिश से कार्बेट पार्क में जिप्सी सफारी के लिए बनाए गए कच्चे रूट के बह गए हैं।