देहरादून: अंकिता हत्याकांड में वनंतरा रिजॉर्ट पर बुल्डोजर चलाने का एक्शन संदेह के घेरे में बना हुआ है। अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इसपर टिप्पणी की है। पूर्व सीएम रावत का कहना है कि प्रशासन की अनुमति के बिना आखिर रिजॉर्ट पर बुल्डोजर किसके कहने पर चला था। इसकी जांच जरूर होनी चाहिए।
बता दें कि अंकिता की हत्या की जानकारी सामने आने के बाद रिजॉर्ट में देर रात बुल्डोजर द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। इसके बाद हर जगह यह खबर वायरल हुई की प्रशासन के आदेश के बाद ही ये कार्रवाई की गई थी। मगर बाद में पता चला कि प्रशासन ने इस बारे मे कोई भी अनुमति नहीं दी। ऐसे में सवाल खड़ा हुआ कि बुल्डोजर किसने और क्यों चलाया।
प्रदेश में अंकिता के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहे आक्रोशित लोग बुल्डोजर की कार्रवाई को साक्ष्य मिटाने का प्रयास बता रहे हैं। वहीं, अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि सरकार जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के मुताबिक अनुमति नहीं ली गई तो रिजॉर्ट पर किसके कहने पर बुलडोजर चलाया गया। इतनी भी क्या जल्दी थी कि रातोंरात ही रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाना पड़ा।
बहरहाल अंकिता हत्याकांड में धामी सरकार के आदेश के बाद एसआईटी गठित की गई थी। जिसने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। एसआईटी ने दावा किया है कि रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने से पहले ही सभी जरूरी साक्ष्य जुटा लिए गए थे। बता दें कि सोमवार यानी नवरात्रि के पहले दिन हल्द्वानी में भी महिलाओं और युवाओं ने नंगे पैर प्रदर्शन किया औरद अंकिता के लिए न्याय की मांग की।