हरिद्वार: J.E./A.E. प्रश्न लीक प्रकरण में अब S.I.T. हरिद्वार ने नकल माफिया और संदिग्ध कोचिंग सेंटर के गठजोड़ का भी खुलासा किया है। कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरफ्तार किया गया है, जो इस मामले में अबतक चौथी गिरफ्तारी है। ये भी सामने आया है कि प्रश्न पत्र लीक कराकर आरोपित मोटी रकम वसूलता था।
बताया जा रहा है कि विवेक कुमार उर्फ विक्की पुत्र जयपाल सिंह निवासी ग्राम चुड़ियाला थाना भगवानपुर हरिद्वार हाल संचालक (जीनियस ) zenious कोचिंग इंस्टीट्यूट के संपर्क में थे कुछ छात्र संगठनों के लोग भी थे। परीक्षाएं निरस्त होने पर कथित कोचिंग सेंटरों में छात्र साल भर कोचिंग के लिए एडमिशन लेते रहते हैं।
बता दें कि हरिद्वार देहात क्षेत्र तथा देहरादून के कुछ संदिग्ध कोचिंग सेन्टर SIT के रडार पर हैं। परीक्षा निरस्त कराने के लिए फंडिंग के लिए कुछ छात्रों के बयानों में भी SIT को ऐसे गठजोड़ की जानकारी मिली। गौरतलब है कि पूर्व में तीन अभियुक्तों के कब्जे से कुल 07 लाख रुपए की अवैध अर्जित नगदी और विभिन्न बैंकों के ब्लैंक चैक बरामद किए जा चुके हैं।
प्रश्न पत्र लीक के साक्ष्य मिलने पर दिनांक 03.02.2023 को मुख्यमंत्री उत्तराखंड के आदेश पर थाना कनखल में मुकदमा दर्ज किया गया था। S.I.T. टीम ने पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उक्त परीक्षा प्रश्न लीक आउट करने में विवेचना के दौरान प्रकाश में आए मुख्य अभियुक्त कोचिंग सेंटर संचालक विवेक ऊर्फ विक्की को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वो वर्तमान में रुड़की में जीनियस नाम से कोचिंग सेंटर संचालित करता है, जिसमें जेई के परीक्षार्थियों को परीक्षा की तैयारी करता है। अधिक पैसे के लालच में उसने कुछ अभ्यर्थी से पेपर देने के एवज में 19 लाख रुपए तय किए जिनसे एडवांस के तौर पर कुछ धनराशि एवम ब्लैंक चेक लिए गए ।
बताया गया कि अवैध धनराशी में से कोचिंग सेन्टरों में LED आदि जिनका मुल्य करीब 8.5 लाख है। पूछताछ में उसने कहा कि यदि मेरी कोचिंग सेंटर से ज्यादा लड़के सेलेक्ट होंगे तो मेरे कोचिंग का नाम होगा। तभी ज्यादा लड़के मेरे कोचिंग सेंटर पर आएंगे। एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी और बताया कि J.E./A.E. प्रश्न लीक प्रकरण में S.I.T. हर एंगल से कर रही है जांच, हर आरोपी का जेल जाना तय है।