देहरादून: राज्य की शिक्षा संबंधी सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए शासन-प्रशासन प्रयासरत है। इसी कड़ी में मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। बता दें कि प्रदेश की हजारों छात्राओं को रोडवेज बसों में मुफ्त सफर का तोहफा मिल सकता है। इस बारे में मुख्य सचिव ने जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार करने की बात कही है।
गौरतलब है खासकर दूरस्थ इलाकों में छात्राओं को घरों से महाविद्यालय तक आने जाने में कठिनाई होती है। कहीं-कहीं पर उन्हें किराया भी ज्यादा देना पड़ता है। इसीलिए अब प्रदेश के महाविद्यालयों की 63 हजार से अधिक छात्राओं को रोडवेज बसों में घर से महाविद्यालय तक आने जाने में मुफ्त सफर का तोहफा देने की कवायद की जा रही है। यह भी माना जा रहा है कि छात्रों को भी बस किराए में कुछ छूट दी जाएगी।
सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के जीवन में उच्च शिक्षा का अत्यधिक महत्त्व है। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में कॉलेज तो हैं पर फैकल्टी की कमी है। इसके लिए ऑनलाइन एजुकेशन एक अच्छा विकल्प है।
मुख्य सचिव ने कहा कि देश-विदेश और प्रदेश के बेस्ट टीचर्स के लेक्चर के वीडियोज सभी काॅलेजों और विश्वविद्यालयों को उपलब्ध कराए जाएं। जिससे छात्र-छात्राओं को सबसे अच्छे अध्यापकों से ज्ञान अर्जन का अवसर मिलेगा। इसके लिए सभी कक्षाओं में टीवी या बड़ी स्क्रीन उपलब्ध करायी जाए। ऐसे क्षेत्रों में जहां नेटवर्क नहीं है, यह पाठ्य सामग्री और वीडियो पेनड्राईव के माध्यम से उपलब्ध करायी जाए।
यह हमारे पर्वतीय संस्थानों के लिए अत्यधिक उपयोगी होगा। इससे हमारे शिक्षकों को भी विषय के बेस्ट लेक्चर सुनने का लाभ मिलेगा। मुख्य सचिव ने प्रत्येक राजकीय कॉलेज व यूनीवर्सिटी में इन्नोवेटिव क्लब बनाए जाने के निर्देश दिए। देश के बेस्ट काॅलेज के माॅडल को अपनाकर अपने राज्य में लागू किया जाए। शुरूआत में प्रत्येक जनपद के एक काॅलेज में इसे शुरू की जा सकती है। जिसका अनुपालन अन्य सरकारी और प्राईवेट काॅलेज कर सकेंगे।