हल्द्वानी: कालाढूंगी विधानसभा सीट से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आ रही है. भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले गजराज बिष्ट को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मना लिया है. डैमेज कंट्रोल करने के लिए भाजपा ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को जिम्मेदारी दी थी और उसमें वह सफल हुए हैं. त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए ही साल 2018 में गजराज सिंह बिष्ट को दर्जा मंत्री बनाया गया था.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मनाने के बाद गजराज सिंह बिष्ट की नाराजगी दूर हो गई है हालांकि उन्हें इस बात का दुख है कि उन्हें टिकट नहीं दिया गया. गजराज सिंह बिष्ट भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री और मंडी परिषद अध्यक्ष रह चुके है. कालाढूंगी विधानसभा सीट से पिछले दो चुनावों में जीत हासिल कर चुके बंशीधर भगत को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 31 जनवरी है.