हल्द्वानी: कालाढूंगी विधानसभा सीट का रोमांच बढ़ गया है। पहले कांग्रेस ने प्रत्याशी बदलकर महेश शर्मा ( mahesh sharma congress) को टिकट दिया तो वहीं टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा सरकार में पूर्व दर्जा मंत्री रहे गजराज बिष्ट ( gajraj bisht kaladungi) ने निर्दलीय नामांकन कर मुकाबले को रोचक बना दिया है। शनिवार को गजराज बिष्ट ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं की दिल्ली तक पहुंच नहीं होती है जिनके परिवार के सदस्य राजनीति में नहीं होते हैं उन्हें नजरअंदाज किया जाता है। मैं इसी भ्रम को तोड़ने के लिए मैदान पर उतरा हूं।
इसके अलावा गजराज बिष्ट ने विजय बहुगुणा कि उस बात का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों पर संगठन कार्रवाई करेगा। गजराज बिष्ट ने कहा कि विजय बहुगुणा ने अपने कार्यकाल में केदारनाथ में घोटाला किया और इस वजह से उन्हें कांग्रेस ने सीएम पद से हटा दिया। हम अपने मंचो पर उनके भ्रष्टाचार के बारे में जनता को बताते थे और ऐसा व्यक्ति हमें नसीहत ना दें तो अच्छा रहेगा । उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थकों से राय मशविरा करने के बाद ही मैदान पर उतर रहे हैं।
बता दें कि कालाढूंगी विधानसभा सीट पर पिछले दो चुनावों में भाजपा के बंशीधर भगत ( bjp bansidhar bhagat kaladungi) ने जीत दर्ज की है। इस बार उनकी कोशिश हैट्रिक जमाने की होगी लेकिन ये चुनाव पहले से अलग होने वाला है। कांग्रेस ने महेश शर्मा की वापसी कराई है जो लंबे वक्त से एक वोट बैंक को अपने साथ लेकर चल रहे हैं। दूसरी ओर गजराज बिष्ट की दावेदारी भी कमजोर नहीं हैं। वह भी लंबे वक्त से विधानसभा में सक्रिय हैं। हालांकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल पार्टी के उन कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं जो निर्दलीय मैदान पर उतर रहे हैं। 31 जनवरी को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख रखी गई है।