पिथौरागढ़: राज्य के दूरस्थ इलाकों और खासकर उन इलाकों में तेंदुए, गुलदार आदि का कहर अक्सर देखा गया है जो जंगली इलाकों से सटे हुए हैं। इस बार गंगोलीहाट तहसील के एक गांव से दहशत पैदा करने वाली खबर सामने आई है। जरमाल गांव के तोक छाता में ढाई साल की बेटी को उसकी मां की गोदी से तेंदुआ छीन कर ले गया। वन विभाग की टीम बालिका का पता लगाने में जुटी हुई है।
रविवार शाम को गांव में नेपाल निवासी विकास बहादुर थापा की पत्नी सरिता देवी अपनी ढाई साल की बेटी रिया को लेकर झोपड़ी से कुछ कदम दूर पानी लेने गई थी। रास्ते में ही तेंदुए ने मां की गोदी पर झपट्टा मारा और बेटी रिया को दबोच लिया। इसका आबाद वह भागने लगा तो मां ने बच्ची को बचाने की कोशिश भी की। लेकिन मां का हाथ भी रिया के हाथ से छूट गया।
जब बच्ची को तेंदुआ ले गया तो मां जोर जोर से रो कर चिल्लाने लगी। इतने में वहां लीसा दोहन करने वाले अन्य मजदूर आ पहुंचे। घटना की जानकारी फौरन ग्राम प्रधान जरमाल गांव पुष्कर सिंह और वन सरपंच चंद्र सिंह को दी। प्रधान ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जहां से बालिका की तलाश वन रक्षक दीवान सिंह ग्रामीणों के साथ मिलकर करने लगे।
इधर गंगोलीहाट से वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल भी मौके पर आ पहुंचे। उनके साथ अन्य वन कर्मी भी आए थे। बहरहाल बालिका की खोजबीन के लिए टीम की ने जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। बता दें कि नेपाली परिवार सड़क से लगभग डेढ़ किमी दूर जंगल के पास झोपड़ी बना कर रहते हैं। नेपाली परिवार यहां पर विगत तीन माह से यहां पर रह कर लीसा दोहन का कार्य करते हैं।