हल्द्वानी: कुमाऊं के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज मोती राम बाबू राम डिग्री कॉलेज में इन दिनों छात्र संघ चुनाव की रौनक देखने को मिल रही है। साल 2019 के बाद हो रहे चुनाव को लेकर सभी छात्र उत्सुक हैं। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से पिछले 3 साल चुनावों का आयोजन नहीं हो पाया था। चुनाव कराने के लिए छात्र नेता लगातार कॉलेज प्रशासन पर दबाव भी बना रहे थे हालांकि फैसला उच्च शिक्षा विभाग ने लिया।
एमबीपीजी कॉलेज के छात्र संघ चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है और 73 छात्र संघ नेताओं ने अपना नामांकन अलग-अलग पदों के लिए दाखिल किया है। हर बार की तरह इस बार भी टिकट नहीं मिलने को लेकर कई छात्र नेता नाराज हो गए और उन्होंने पाला बदल दिया। वहीं कई छात्र नेताओं ने बागी बनने का फैसला किया और निर्दलीय मैदान पर उतरे हैं।
अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी से कौशल बिरखानी और एनएसयूआई से सूरज भट्ट मैदान पर हैं। वही रश्मि लम्गड़िया और अरहम राजा निर्दलीय मैदान पर उतरे हैं। 24 दिसंबर को होने वाले मतदान से पहले ही एमबीपीजी कॉलेज के छात्र संघ चुनाव के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। मतदान होने से पहले ही छात्रा उपाध्यक्ष पद पर गीता कुंवर निर्विरोध जीत गई हैं। यह पहला मौका है कि जब कोई छात्रा उपाध्यक्ष पद पर किसी उम्मीदवार को निर्विरोध जीत मिली है। बुधवार को नामांकन के बाद ही साफ हो गया था कि गीता को जीत मिल गई है हालांकि स्कूटनी के बाद इस पर मुहर भी लग गई। अब सभी छात्रों को 24 दिसंबर का इंतजार है, जहां वो अपने मत का प्रयोग करके अपने छात्र नेता को चुनेंगे।