हल्द्वानी: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नैनीताल जिले को एक बार फिर गौरवांवित होने का मौका मिला है। घोड़ाखाल सैनिक स्कूल के छात्र रहे मेजर अरुण कुमार पांडे को शौर्य चक्र वीरता सम्मान मिला है। पिछले साल जून में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान दो कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया था।
लखनऊ निवासी श्रीकांत पांडे और लीला पांडे के पुत्र अरुण पांडे ने साल 2006 में घोड़ाखाल स्कूल से शिक्षा पूरी की थी। उन्हें सम्मान मिलने के बाद सोशल मीडिया पर सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के तमाम छात्र मेजर पांडे को बधाई दे रहे हैं। घोड़ाखाल सैनिक स्कूल का इतिहास रहा है कि वह सैन्य गतिविधियों में अपनी भागेदारी जरूर पेश करता है। आपको बता दें कि इस साल जम्मू-कश्मीर पुलिस को 256 वीरता पुरस्कार, वीरता के लिए एक राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है।
सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से हर साल छात्र भारतीय सेना का हिस्सा बनते हैं। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल भवाली में 21 मार्च 1966 में स्थापित हुआ था। इन स्कूलों को सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा संचालित किया जाता है। यह रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत है। स्कूल में दाखिला देने के लिए कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए परीक्षाएं होती हैं। देश के सभी सैनिक स्कूलों का लक्ष्य विद्यार्थियों को भारतीय सेना का हिस्सा बनाने का होता है। घोड़ाखाल सैनिक स्कूल के नाम कुछ खास कामयाबी दर्ज हैं। स्कूल ने देश को सर्वाधिक सैन्य अधिकारी दिए हैं। इसके अलावा स्कूल को 9 बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी भी मिली है। ये ट्रॉफी सर्वाधिक छात्रों को रक्षा सेवा में भेजने के लिए दी जाती है।
पिछले साल संसद में जारी आंकड़ों के अनुसार नैनीताल जिले में स्थित घोड़ाखाल सैनिक स्कूल ने पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा सैन्य अधिकारी दिए हैं। पिछले 10 साल से घोड़ाखाल सैनिक स्कूल से हर साल 33.4 प्रतिशत विद्यार्थी एनडीए, नेवल एकेडमी और मिलिट्री एकेडमी को ज्वाइन करते हैं। यह आंकड़ा देश के किसी भी सैनिक स्कूल से सबसे ज्यादा है।