Uttarakhand police recruitment:- उत्तराखंड में शनिवार को हुए पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम धामी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस पर निर्भर है साथ ही पुलिस कर्मियों के आवास को ले कर आ रही समस्या पर भी बात की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिसकर्मियों की आवास की समस्या को दूर करने के लिए 100 करोड़ रुपये देने और ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर आर्थिक सहायता के लिए पुलिस शहीद कल्याण कोष में 2 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की।
बीते शनिवार को पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस लाइन में इस वर्ष ड्यूटी के दौरान शहीद हुए उत्तराखंड पुलिस के चार जवान और देश के 188 पुलिसकर्मियों को सीएम ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार भी मौजूद थे। सीएम ने बताया कि दो देशों और अन्य राज्यों की सीमाओं से मिलने की वजह से उत्तराखंड काफ़ी संवेदनशील राज्य है, इसलिए यहां की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी यहां पर मौजूद अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों के कंधो पर है। इस ही जिम्मेदारी का पालन करते हुए कई पुलिसकर्मी हर साल शहीद हो जाते हैं। तत्काल आर्थिक सहायता के रूप में इन जवानों को एक लाख रुपये मुहैया कराया जाता है। लेकिन कई बार इस प्रक्रिया में देरी हो जाती है। लिहाजा इस काम को और अधिक सरल और जल्दी करने के लिए सीएम धामी द्वारा पुलिस शहीद कल्याण कोष में दो करोड़ रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वक्त पुलिसकर्मियों के सामने आवास की भी बड़ी समस्या है। आवास की समस्या के कारण कई ऐसे पुलिसकर्मी हैं जिन्हें आवास नहीं मिलता या फिर ड्यूटी स्थल से बहुत दूर आवास मिलता हैं। उन्होंने बताया कि आवास की इस समस्या को दूर करने के लिए तीन साल के भीतर 100 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस वक्त पुलिस फोर्स में 3500 कर्मियों की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए जल्द ही 1800 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए 1500 से ज्यादा कांस्टेबल भर्ती का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। बाकी अन्य पदों पर भी भर्ती के लिए जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भर्ती प्रक्रिया से रिक्त कमी को पूरा किया जा सकेगा।