Uttarakhand: Halduchor: Hemant Pandey: उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में टैलेंट की कमी नहीं है। हर क्षेत्र में वो अपनी छाप छोड़ ही देते हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक गांव से ताल्लुख रखने वाले युवा बड़े मंच पर राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं। उन्ही में एक नाम है हेमंत पांडे, जो कि हल्दूचौड़ के नाथूपुर चौम्वाल को रहने वाले हैं। हेमंत फिल्म पुश्तैनी में सहायक अभिनेता के रूप में अपना किरदार निभा रहे हैं। इस फिल्म में उन्होंने पहाड़ की पीड़ा और पलायन के मिश्रण को दिखाया है। ( Actor Hemant Pandey from Uttarakhand)
दूसरी ओर विनोद रावत के निर्देशन में बनी फिल्म पुश्तैनी में हेमंत पांडे ‘हेमू’ के किरदार की जमकर तारीफ हो रही है। ये फिल्म अन्य फिल्मों से हटकर पूरी तरह उत्तराखंड के पलायन एवं पहाड़ के दर्द पर आधारित फिल्म है, जिसके 80% सीन पहाड़ में ही फिल्माए गए हैं। ये फिल्म हल्द्वानी और रुद्रपुर के टॉकीजों के साथ-साथ हल्दूचौड़ के केशव प्लाजा मूवी जॉन सिनेमा हॉल में भी प्रातः 10:30 बजे और शाम 5 बजे दिखाई जा रही है, जिसे देखने भारी संख्या में क्षेत्र के लोग पहुंच रहे हैं, जिन्होंने फिल्म की काफी तारीफ की, और इसे पहाड़ के वास्तविक दर्द को सामने लाने वाली मूवी बताया। बता दें कि अभिनेता हेमंत पांडे के दादाजी स्वर्गीय लक्ष्मी दत्त पांडे दुर्गापालपुर परमा के निवासी थे, कुछ वर्ष पूर्व हेमंत के पिता भुवन चंद्र पांडे ने नाथूपुर चौम्वाल हल्दूचौड़ में मकान बनाया। नौकरी सेवानिवृत होने के बाद अब हल्दूचौड़ क्षेत्र में ही रहते हैं। ( Hemant Pandey in Pushteni Film)
हेमंत के करियर की बात करें तो 13 साल की उम्र में थिएटर से अपनी यात्रा शुरू की थी। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में हंसराज ड्रामाटिक्स सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में काम किया। वो राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भाग लिया करते थे। मुंबई में उन्होंने अदम्य रंगमंच की स्थापना की, और ‘लासनवाला’ का निर्देशन किया, जिसने मेटा 2017 और थेस्पो थिएटर फेस्टिवल में प्रशंसा अर्जित की। उन्होंने मिस्टर पीयूष मिश्रा के साथ गगन दमामा बाज्यो का भी निर्देशन किया। इसके बाद उन्होंने पुश्तैनी फिल्म में डेब्यू किया, जिसे सिनेमाघरों में आने से पहले एमएएमआई फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था। (director vinod rawat)