हल्द्वानी: हमारे आसपास ऐसे कई सारे युवा मौजूद हैं, जिन्हें देखकर प्रेरणा ली जाए तो क्या कुछ नहीं सीखा जा सकता। वैसे भी उम्र एक संख्या से बढ़कर और कुछ नहीं होती। कोई 50-60 साल की उम्र में सफल होकर झंडे गाड़ रहा है तो कोई पढ़ाई लिखाई की उम्र में ही बुलंदियों का आसमान छू रहा है। हल्द्वानी मुखानी (Haldwani Mukhani) में रहने वाले गगन त्रिपाठी बाद वाली लीग में आते हैं। माने सिर्फ 20 साल की उम्र में गगन लाखों रुपए कमा रहे हैं। प्रतिभा से प्रदर्शन तक का सफर तय करने के लिए गगन त्रिपाठी (Gagan Tripathi) ने खूब मेहनत की है। इसी का नतीजा है गगन का आइडिया प्लांट ऑर्बिट (plant orbit)।
कौन हैं गगन त्रिपाठी
गगन त्रिपाठी हल्द्वानी के मुखानी चौराहे के पास रहते हैं। बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र गगन को बचपन से ही पेड़ पौधों से लगाव रहा। यही कारण था कि उन्होंने इसी फील्ड में पढ़ाई तो शुरू की ही की मगर साथ ही साथ उन्होंने अपना स्टार्टअप (startup plant orbit) भी खोल दिया। स्टार्टअप शुरू करने कोई बाएं हाथ का खेल नहीं है। वैसे तो ये सिर्फ दाएं हाथ का खेल भी नहीं है। जबतक आप तन, मन और धन से स्टार्टअप में नहीं लगते। ये 90 फीसदी तय है आप कामयाब नहीं हो सकेंगे। लेकिन इससे हटकर गगन (Gagan tripathi making name on his own) जैसे युवा आज स्टार्टअप के क्षेत्र में नाम रौशन कर रहे हैं। कहना ये भी होगा कि प्लांट पर आधारित स्टार्टअप खोलना आइडिया अच्छा है लेकिन इसे चलाना भी उतना ही मुश्किल है।
गगन का प्लांट ऑर्बिट
गगन त्रिपाठी (Gagan tripathi) ने अपनी रुचि को मंजिल के रास्ते में बदलने का फैसला किया और प्लांट ऑर्बिट नाम से ऑनलाइन नर्सरी (online nursery) शुरू की। सिर्फ 3 सालों में अपनी लगन और मेहनत से प्लांट ऑर्बिट plantorbit.com ऑनलाइन नर्सरी के जरिए गगन ने अपना टर्नओवर रिकॉर्डतोड़ ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। गगन का टर्नओवर फिलहाल 30 लाख पहुंच गया है। वर्तमान में गगन उत्तर भारत सहित कई राज्यों में 200 प्रजातियों के पौधे प्लांट ऑर्बिट (plant orbit plants) के माध्यम से अपने क्लाइंट तक पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने पढ़ाई से पर्दा नहीं किया है। गगन पढ़ाई में भी उतने ही अव्वल हैं जितने अपने स्टार्टअप की देखरेख में।
हल्द्वानी के ‘गगन’ का गगन तक सफर
संघर्ष के बिना सफर का मजा नहीं है। गगन त्रिपाठी को भी अपने इस सफर में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। हल्द्वानी लाइव (Haldwani live Gagan Tripathi) ने गगन त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने अपने इसी संघर्ष की कहानी को बयां किया। गगन त्रिपाठी ने बताया कि शुरुआत में दिक्कतें ज्यादा थीं। लेकिन आगे बढ़ना था इसलिए हार नहीं मानी। यही हौसला रहा कि धीरे-धीरे डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया (Social media gagan tripathi) के इस्तेमाल, पेड़ पौधों के ज्ञान और लोगों तक सही दाम में पौधों की डिलीवरी ने प्लांट ऑर्बिट को एक ब्रांड बना दिया।
गगन कहते हैं कि आज के दौर में प्लांट ऑर्बिट के अलावा ऐसा कोई और नहीं जो इंडोर प्लांट्स सबसे सस्ते दामों में दे सकता है। खास बात ये है कि गगन प्रगतिशील व्यक्ति हैं। वह इसे ना सिर्फ अपने लिए बल्कि समाज के लिए रोजगार का एक जरिया बनाना चाहते हैं। गगन के मुताबिक जैसे-जैसे काम बढ़ रहा है तो वह और भी लोगों को अपने इस रोजगार से जोड़ रहे हैं। गौरतलब है कि प्लांट ऑर्बिट गूगल (Plant orbit google) में भारत की टॉप फाइव कंपनियों (India top 5 company) में सर्चिंग रेंज में आने लगी है।
प्लांट ऑर्बिट के सपने की शुरुआत
गगन त्रिपाठी बताते हैं कि उन्हें प्लांट ऑर्बिट (Startup plant orbit idea) का ख्याल तब आया था जब वह पहली बार किसी सेमिनार में भाग लेने के लिए गए थे। यहां पर गगन को इंडोर प्लांट्स तथा आउटडोर प्लांट्स (indoor plants rate) के रेट के बारे में जानकारी मिली तो उन्हें लगा कि वह बेहद कम दाम में लोगों को पौधे उपलब्ध करा सकते हैं। इसी के बाद गगन ने प्लांट ऑर्बिट के सपने को फ्लोर पर उतारने का काम किया।
अगले 5 से 10 सालों में गगन प्लांट ऑर्बिट को भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन प्लांट प्लेटफार्म बनाना चाहते हैं। और लोगों को सबसे कम दाम में पौधे उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता है। लाजमी है कि 20 साल की उम्र में आज युवाओं की अच्छी खासी संख्या अगर आसमान को लक्ष्य मानकर आगे बढ़ रही है तो वहीं नशे और बेरोजगारी में भी युवा फंसे हुए हैं। ऐसे में ये चाहिए कि गगन जैसे कम उम्र के युवा अपने काम से सबको रास्ता दिखाएं। वाकई गगन जैसे लोग ही शहरों को पहचान और नाम दिलाने का काम करते हैं।