हल्द्वानी: गौला नदी में पानी का लेवल खतरना हो गया है। बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से नदी में आई बाढ़ का कहर अब भी दिख रहा है। बिंदुखत्ता में एक मकान पूरी तरह गौला नदी में समा गया। तीन मकानों पर खतरा बना हुआ है। जो लोग प्रभावित हुए हैं, वह सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए।
गौरतलब है कि नैनीताल जिले में भारी बारिश के चलते गौला नदी का जलस्तर बहुत बढ़ गया था। इसी के चलते नदी में आई बाढ़ का खतरा इससे सटे इलाकों में बना हुआ है। इसकी एक बानगी मंगलवार सुबह देखने को मिली थी। जब गौला नदी में पानी के प्रेशर के आगे इंदिरानगर के पास बने पुल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिस वजह से पुल का बड़ा हिस्सा नदी में समा गया था।
गौला नदी का जलस्तर बुधवार से ही खतरे के निशान से ऊपर बहता रहा। इसी कारण बिंदुखत्ता के तटवर्ती क्षेत्रों में जबरदस्त भूकटाव हो रहा है। बता दें कि बाढ़ ने बिंदुखत्ता के इंद्रानगर द्वितीय निवासी गणेश दत्त जोशी का मकान गौला नदी की बाढ़ में समा गया। इतना ही नहीं बल्कि गोपाल शर्मा, हंसादत्त जोशी व ललित तिवारी की पूरी जमीन गौला में बहने के बाद पक्के मकान खतरे की जद में आ गए।
आपको बता दें कि जो भी घर गौला के नजदीक हैं, उनपर खतरा मंडरा रहा है। इन तीनों घरों पर भी लगातार खतरा बना हुआ है। इसी क्रम में प्रभावित परिवारों ने स्कूल में शरण ली। गांव की सड़क भी कटने लगी। इसके अलावा रोहित पांडेय, केवल जोशी, हरीश पांडेय समेत तमाम लोगों की कई एकड़ भूमि गौला में समा गई।
नुकसान रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। गौला नदी ना जाने अभी कितने और आशियानों को तबाह करेगी। बिंदुखत्ता के रावत नगर, खुरियाखत्ता समेत अन्य तटवर्ती क्षेत्रों में गौला नदी द्वारा जबरदस्त भूकटाव हो रहा है। किसानों की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। देखना होगा कि आने वाले समय में प्रशासन किस तरह के कदम लेकर राहत बचाव कार्य को अंजाम देता है।