हल्द्वानी: उत्तराखण्ड में क्रिकेट प्रतिभा की कमी नही है ऐसा हम नहीं उनका खेल बोलता है। राज्य को मान्यता प्राप्त नहीं है फिर भी युवा दूसरे स्टेट से खेलते हुए अपने और राज्य का नाम रोशन कर रहा है। देश में क्रिकेट को धर्म की तरह पूजा जाता है और देवभूमि क्रिकेट प्रतिभाओं के लिए हर वक्त धनी रहा है। नैनीताल जिला चकलुवा स्थित मलकानी क्रिकेट ग्राउंड में चल रहे अंडर-12 क्रिकेट टूर्नामेंट में पारितोश राणा के शानदार 121 रनों की बदौलत हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी ने दिल्ली की राजीव राठौर क्रिकेट एकेडमी को 98 रनों से मात दी।
इस मुकाबले में पारितोष राणा की पारी ने मैदान पर मौजूद हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा। पहले बल्लेबाजी करने उतरी हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी की शुरुआत बेहद खराब रही। लगातार विकेट गिरता देख पारितोष ने टीम को संकट से उभारने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली। उन्होंने अधिक से अधिक स्ट्राइक अपने पास रखते हुए स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाना शुरू किया। कुछ देर विकेट पर जमने के बाद पारितोष ने दिल्ली के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। उन्होंने देखते ही देखते ही शतक जमा डाला। पारितोष की इस पारी में 17 चौके शामिल थे।
इसके अलावा उन्होंने अपनी पारी कई सिगल्स और डबल भी जोड़े। पारितोष की पारी के बदौलत हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी निर्धारित 30 ओवर में 169 रन पर पहुंच सकी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम पहले ही ओवर से दवाब में दिखी और लक्ष्य से 98 रन पहले ढेर हो गई। हल्द्वानी क्रिकेट एकेडमी के लिए शतक जड़ने वाले पारितोष को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पारितोष के शतक के बाद कोच महेंद्र सिंह बिष्ट और दान सिंह भंडारी ने कहा कि यह पारी शानदार थी। इससे युवाओं को सीख लेनी चाहिए है। टीम मुश्किल में थी और उसने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाया। खास बात ये रही कि उसने जिम्मेदारी को समझा और टीम को एक अच्छे स्कोर की ओर ले गया। उन्होंने बताया कि इस तरह की पारियां खिलाड़ियों में अच्छा करने की भूख को बनाए रखती है और बढ़ाती है।