हल्द्वानी: फतेहपुर रेंज के जंगल में आदमखोर बाघ की दहशत अभी तक कम नहीं हुई है। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। मगर आलम ये है कि अभी तक बाघ को पकड़ा नहीं जा सका है। वन महकमे के अफसरों तक के पसीने छूट गए हैं। ट्रैंकुलाइज करने के लिए बुलाई गई एक्सपर्ट्स की टीमें रोज कई किलोमीटर की गश्त करने आती हैं लेकिन वापसी में खाली लौट जाती हैं।
इसी कड़ी में सोमवार को मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पराग मधुकर धकाते भी फतेहपुर रेंज आए और उन्होंने यहां आकर बारीकी से सारी जानकारी प्राप्त की। सीसीएफ ने जंगल का निरीक्षण किया। गौरतलब है कि जंगल में जगह जगह पर नए कैमरा ट्रैप्स लगाए गए हैं। रेंज में चार मचान बनाए गए हैं। गुजरात से टीमें बुलाई गई हैं जिन्हें बाघ को ट्रैंकुलाइज करना का जिम्मा दिया गया है।
ऐसा नहीं है कि बाघ कैमरे में नहीं आ रहा है। दमुवाढूंगा इलाके में कई बार इसे कैमरा ट्रैप में देखा गया है। मगर उसे पकड़ा नहीं जा सका है। सीसीएफ पराग मधुकर धकाते ने वन विभाग के अधिकारियों को ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए। वहीं, बाघ की दहशत इतनी है कि लोग अब भी बाघ को मारने के लिए कह रहे हैं। हालांकि बाघ को अब नहीं मारा जाएगा। बीते दिनों ही वन विभाग ने बाघ को केवल ट्रैंकुलाइज करने के निर्देश जारी किए थे।