हल्द्वानी: सोमवार को आवास विकास क्षेत्र में निर्माणधीन मॉल में सीमेंट कंटेनर के नीचे दबने के कारण तीन मजदूरों की मौत हो गई। इस खबर के सामने आने से पूरा शहर बेहद आहत था। अब जांच और पोस्टमार्टम के दौरान हुई घटना ने इंसानियत को एक बार फिर पैसों के आगे हरा दिया। निर्माणधीन मॉल मालिकों ने केस को रफ-दफा करने के लिए मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों से राजीनामें पर भी साइन करवाये। वहीं गंवा के तौर पर सामने आए मजदूरों का मुंह भी 10-10 हजार रुपए देकर मंह बंद कराया। ये पूरा मामला पुलिस और प्रशासन के सामने पिक्चर की तरह शूट हुआ और मालिकों को क्लीनचिट मिल गई। वहीं मालिकों ने म़तक 20 वर्षीय मूलचंद, 23 वर्षीय सोनू व 25 वर्षीय रामसागर के परिजनों को शव के साथ एंबुलेंस करवा कर गांव भेजा।
पूरा मामला- पुलिस को घटना की जानकारी देर से दी गई
बता दें कि इस वक्त ये हादसा उस दौरान अन्य मजदूरों को इस मामले की जानकारी बाहर देने के लिए बना किया गया। अन्य मजदूरों ने बताया कि अगर तीनों को वक्त रहते इलाज मिल जाता तो उनकी जान बच सकती थी। यह दर्दनाक हादसा दोपहर करीब साढे बारह बजे हो गया था।
घटना पर मौजूद मजदूरों के देखने के बाद चीख पुकार मच गई। जब इस हादसे की जानकारी मृतक के चचेरे भाई रामधन ने गार्ड, मालिक तसलीम और रवि सच्चर को देनी चाही तो उसे चुप रहने को कहा गया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमें पुलिस को भी इस बारे में जानकारी देने के लिए मना कर दिया। यही कारण रहा है तीनों मजदूरों को वक्त रहते इलाज नहीं मिला और उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीनों मजदूर पिछले दो महीने से यहां पर काम कर रहे थे।
मुंशी बना बलि का बकरा
इस मामले में मुंशी चन्दन मेहरा को आज एसीजीएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए चन्दन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा हल्द्वानी जेल। वहीं इसके अलावा सबसे चौकाने वाली ये सामने आई की मुंशी चन्दन की जमानत के लिये निर्माणाधीन मॉल के मालिक और ठेकेदार नहीं पहुंचे।