हल्द्वानी: चुनावों का माहौल सिर्फ प्रदेश भर में विधानसभा चुनावों को लेकर ही नहीं है। बल्कि तमाम विश्वविद्यालयों में भी छात्रसंघ चुनावों की मांग तेज हो गई है। छात्र नेता लगातार कॉलेजों में चुनाव कराने को लेकर हल्ला कर रहे हैं। हाल ही में एमबीपीजी कॉलेज (MBPG College Haldwani) के छात्रों ने पहले पढ़ाई लिखाई की मांग की है। ऐसे में सस्पेंस बरकरार है कि यहां पहले पढ़ाई लिखाई होगी या फिर छात्रसंघ चुनाव।
कोरोना काल के आने के बाद से अबतक एमबीपीजी कॉलेज समेत कुमाऊं विवि (Kumaun University students union elections) के किसी भी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए हैं। छात्रसंघ चुनाव होने के अपने फायदे होते हैं। छात्रों को नेताओं के जरिए एक आवाज मिलती है। वहीं छात्र राजनीति से युवाओं में लीडरशिप के गुण पैदा होते हैं। कई छात्रनेता आगे चलकर प्रदेश की राजनीति (state politics) की बागडोर भी संभालते हैं।
हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज में एक बार फिर से छात्रसंघ चुनावों की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कॉलेज के छात्रों की मानें तो कोरोना के कम होने के बाद सभी तरह के आयोजन होने आवश्यक हैं। छात्र-छात्राएं चाहते हैं कि कोरोना के कारण कक्षाएं बाधित हुई हैं। इस पर भी बात होनी चाहिए। साथ ही पढ़ाई, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम व छात्रसंघ चुनाव (study is first then elections) होने भी छात्रों ने जरूरी बताया है।
हालांकि अधिकतर छात्रों का कहना है कि पहले पढ़ाई और फिर चुनाव होने चाहिए। इसी क्रम में बुधवार को एमबीपीजी कॉलेज के छात्रनेताओं ने विवि के कुलपति से भी वार्ता कर जल्दी चुनाव कराने की मांग की है। कुलपति ने बताया कि पांच-सात दिनों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद चुनाव कराने में दिक्कत नहीं होगी। कुलपति ने जल्दी ही चुनाव कराने का भरोसा दिया है।