हल्द्वानी शहर का वह घर जिसने ऊर्जा निगम, अग्निशमन विभाग से लेकर पूरे प्रशासन को काम पर लगा दिया था। इस घर के बारे में जिस किसी को पता लग रहा था वह अपने बाल नोचने पर मजबूर हो जा रहा था। घर में अचानक आग लगने का कारण किसी को भी समझ नहीं आया। मगर अब इस रहस्य पर से पर्दा उठ गया है। फॉरेंसिक जांच में बड़ा खुलासा हुआ है।
आपको बता दें कि हल्द्वानी के तल्ला गोरखपुर निवासी उमेश पांडे के घर में बीते कुछ समय से लगातार आग लग जा रही थी। घर में बिजली की सप्लाई तक बंद हो गई, मगर आग लगने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ। ऐसे में परिवार डर के साए में अपना गुजर-बसर कर रहा था। तमाम लोगों का कहना था कि घर में आग दैवीय शक्ति या तंत्र मंत्र की वजह से लग रही है।
जब मामला काफी तूल पकड़ गया तो कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने भी मौका मुआयना किया। जिसके बाद उन्होंने फॉरेंसिक जांच के निर्देश दिए थे। अब फॉरेंसिक जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। फॉरेंसिक के संयुक्त निदेशक दयाल शरण ने दो टीमों के साथ घर पहुंच कर कई सारे सैंपल लिए और उसके बाद उनकी जांच रुद्रपुर स्थित फॉरेंसिक लैब में करवाई।
अब पता चला है कि आग नाइट्रो कंपाउंड से लग रही थी। फॉरेंसिक के संयुक्त निदेशक ने लैब रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि लैब रिपोर्ट में नाइट्रो कंपाउंड (परफ्यूम, बॉडी स्प्रे) से आग लगने की पुष्टि हुई है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को सौंप दी गई है।