हल्द्वानी: जिले का पुलिस महकमा पूरी तरह से शोक में डूबा हुआ है। वजह नैनीताल पुलिस में वर्तमान एसपी यातायात राजीव मोहन का निधन हो जाना है। किसी ने नहीं सोचा था कि इतने सरल व्यक्तित्व के व्यक्ति, इतने सौम्य भाषी और काबिल पुलिस ऑफिसर हमें इस तरह से छोड़ कर चले जाएंगे।
राजीव मोहन का पार्थिव शरीर मंगलवार की रात को लामाचौड़ स्थित उनके घर पहुंचा। जहां पर पहले परिजनों का जमावड़ा लगना शुरू हुआ और सुबह होते ही तमाम अधिकारी गण और पुलिसकर्मियों ने आना शुरू किया। बुधवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट में विधिवत तौर तरीकों और पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। राजीव मोहन के बेटे ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।
आपको बता दें कि नैनीताल जिले के ट्रैफिक एसपी राजीव मोहन जिले में एक चर्चित नाम थे। ऐसा इसलिए भी क्योंकि काबिल होने के साथ साथ व्यवहार में भी उनका कोई सानि नहीं था। राजीव मोहन पिछले साल 27 दिसंबर को करोना की पकड़ में आए थे। तब उनका इलाज सुशीला तिवारी अस्पताल में चला। ज़रूरत पड़ने पर उन्हें आईसीयू में रखा गया। मगर तबीयत में सुधार नहीं हुआ।
तबीयत के बिगड़ने पर राजीव मोहन को चार जनवरी को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां उनका इलाज चला। मगर वो कहते हैं ना कि होनी को कोई नहीं टाल सकता। मंगलवार दोपहर मैक्स हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है कि राजीव मोहन कोरोना नेगेटिव तो हो गए थे मगर उन्हें शुगर, निमोनिया और सांस लेने में काफी दिक्कतें हो रही थी। मोत से ठीक पहले वे वेंटिलेटर पर थे।
मौत की खबरों के बाद से ही पूरा पुलिस परिवार दुखी है। अपने साथी को अलविदा कहना वाकई एक कठिन काम होता है। अंतिम संस्कार में एसएसपी नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी सहित नैनीताल और उधमसिंहनगर के तमाम पुलिस अधिकारियों ने नम आंखों से राजीव मोहन को विदाई दी। इसके अलावा डीएम नैनीताल सहित सिटी मजिस्ट्रेट और एसडीएम हल्द्वानी भी अंतिम संस्कार में मौजूद रहे। राजीव मोहन के साथ जितने भी अधिकारियों ने पूर्व में काम किया है वे सभी परेशान दिखाई दिए।