हल्द्वानी: आधुनिक उपकरणों से पर्यावरण को नुकसान तो पहुंचता ही है। मगर डीजल यात्री वाहनों से फैलने वाले प्रदुषण को रोकने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम ने सीएनजी बसों का प्लान धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। हल्द्वानी से दिल्ली के लिए सीएनजी बसों का संचालन शुरू हो गया है। शुक्रवार से दो बसों के संचालन की शुरुआत हुई है। एक तरफ यह खबर अच्छी है तो वहीं दूसरी तरफ पिथौरागढ़ बस सेवा का संचालन बंद होना यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
दिल्ली के लिए सीएनजी बस सेवा
प्रदुषण को कम करने की दृष्टि से अब प्रदेश भर में धीरे धीरे उत्तराखंड रोडवेज द्वारा सीएनजी बसों के संचालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में हल्द्वानी-दिल्ली रूट का नंबर भी आ ही गया। शुक्रवार से दो सीएनजी बसों के दिल्ली रूट पर संचालन का श्रीगणेश कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कुल 14 सीएनजी बसें परिवहन मुख्यालय से और आनी हैं, जिनमें से दो आ चुकी हैं बाकी 12 शेष हैं।
एआरएम हल्द्वानी डिपो सुरेंद्र सिंह बिष्ट की मानें तो प्रदुषण के कम होने के साथ साथ सीएनजी बसों का लाभ यह भी है कि बसों की संख्या बढ़ जाएगी। निगम एमडी दीपक जैन का कहना है कि फिलहाल वक्त में तो हल्द्वानी से मात्र दिल्ली रूट पर ही सीएनजी बस सेवा की शुरुआत हुई है। इसके अलावा हल्द्वानी से अन्य रूटों के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसों की प्रक्रिया भी जारी है। इसमें थोड़ा समय लगेगा मगर भविष्य में कई रूटों पर ये बसें दौड़ती दिखेंगी।
नैनीताल-पिथौरागढ़ बस सेवा बंद होने से बढ़ी मुश्किल
एक तरफ दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए कहीं ना कहीं सीएनजी बस सेवा उत्सुकता लेकर आई है। वहीं, नैनीताल-पिथौरागढ़ बस सेवा को परिवहन निगम की ओर से बंद किया गया है तो यात्री परेशान हो गए हैं। यह बस सुबह 6.30 बजे से चलती थी। कई महीनों से बंद इस सेवा के पीछे निगम ने स्टाफ व बसों की कमी को आधार माना है। पिथौरागढ़ जाने वाली यात्री भवाली जाने को मजबूर हैं। हालांकि, अधिकारियों और यात्रियों को यह भरोसा भी है कि सेवा जल्द शुरू होगी।