नई दिल्लीः मंगलवार को भाजपा में शामिल होने से सनी देओल ने अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत कर ली है। मंगलवार की दोपहर को सनी ने भाजपा की सदस्यता ली और मंगलवार की ही शाम को सनी को गुरदासपुर से भाजपा ने टिकट दे दिया। सनी देओल के पंजाब की पंसद होने का फायदा भाजपा को मिल सकता है। सनी देओल का राजनीति में कदम परिवार की विरासत को भी आगे बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है। सनी देओल की मां हेमा मालिनी मथुरा से मौजूदा सांसद है और एक बार फिर भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रही है। हेमा मालिनी के अलावा धर्मेंद्र के पिता भी बीजेपी के टिकट पर सांसद रहे हैं।अगर हेमा मालिनी और सनी देओल के राजनैतिक और पारिवारिक रिश्ते की बात करी जाये तो कोई भी इस रिश्ते को साफ तौर पर नहीं बता पायेगा। दोनों को किसी भी सार्वजनिक मौके पर साथ नहीं देखा गया है। पर अब सनी देओल और उनकी सौतेली मां हेमा दोनों ही एक पार्टी के सदस्य है और भाजपा के प्रत्याशी भी, एक ओर जहां हेमा के मथुरा सीट पर चुनाव हो चुका है। तो वही सनी देओल को लिए मंगलवार से प्रचार के रास्ते खुले है। अपनी पत्नी हेमा मालिनी के लिए धर्मेंद्र ने खुब वोट मांगे थे तो यह बात भी साफ है कि वह अपने बेटे सनी देओल के लिए भी वोट मांग सकते है। पर यह कहना काफी मुश्किल है की भाजपा की स्टार प्रचारक और सनी देओल की सौतेली मां अपने बेटे के लिए वोट मांगे। यह भी देखा जा सकता है की राजनीति के बहाने मां-बेटे एक साथ देखे जाये।गुरदासपुर में हेमा ने पहले भी चुनाव प्रचार किया है। 1999 में हेमा ने विनोद खन्ना के लिए प्रचार किया था। राजनीति के दिग्गजों के आलावा फिल्मी सितारों की नजर भी हेमा और सनी देओल के रिश्ते पर होगी जो चुनाव के बहाने देखे जाने की आस लगाई जा रही है। अगर हेमा मालिनी की माने तो उन्होंने अपनी बायोग्राफी बियोंड द ड्रीम गर्ल के लॉन्च इवेंट में साफ कहा था कि सनी हमेशा अपने परिवार और उनके साथ खड़े होते है। अब यह देखना दिलचप होगा की क्या हेमा अपने बेटे के साथ खड़ी होती है। सनी देओल का असली नाम अजय सिंह देओल है।