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उत्तराखंड की 5 सीट तय कर रही दिल्ली में केंद्र सरकार, 10 साल से है रिकॉर्ड


देहरादूनः लोकसभा में अब कामडाउन शुरू हो गया है। यही कारण हैकि उत्तराखंड में प्रत्याशियों की बेचैनी काफी बढ़ गई है। क्योंकि उत्तराखंड में पहले चरण में चुनाव होने है। पिछले दो लोकसभा चुनाव की बात करे तो यह किसी करिश्में से कम नहीं होगा कि उत्तराखंड के चुने हुए सांसद ही दिल्ली में केंद्र सरकार बना रहे है। यह भी कहा जा सकता है। कि 10 साल से उत्तराखंड दिल्ली की सरकार चुन रहा है। साल 2009 और 2014 में उत्तराखंड से गये सांसदो ने सीधे केंद्र सरकार की कमान संभाली है। लगातार दो बार उत्तराखंड की जनता ने पांचों सीटों पर एक ही पार्टी को बहुमत दिया है।2009 के लोकसभा की बात करे तो देवभूमि ने पांचों सीटों पर कांग्रेस पर भरोसा जताया था । और दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने में अपना पूर्ण बहुमत दिया था। 2009 में नैनीताल से कांग्रेस के केसी सिंह बाबा ने भाजपा के बच्ची सिंह रावत को हराया था , तो टिहरी में कांग्रेस प्रत्याशी विजय बहुगुणा ने भाजपा प्रत्याशी जसपाल राणा को मात दी थी। पौड़ी में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था जिसमें भाजपा से टीपीएस रावत को कांग्रेस के सतपाल महाराज ने हार का मुंह दिखाया था। इस समय सतपाल महाराज भाजपा राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री है। नैनीताल से 2019 के कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत ने भी 2009 में हरिद्वार से कांग्रेस का परचम लहराया था और भाजपा के यतींद्रा नंद गिरी को हराया था। अल्मोड़ा सीट पर भी कांग्रेस ने जीत हासिल करी थी इस सीट से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा ने भाजपा के वर्तमान कपड़ा मंत्री अजय टम्टा को हराया था।2014 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उत्तराखंड की जनता ने पूर्ण बहुमत देकर सरकार बनाई पर इस बार उत्तराखंड का बहुमत भाजपा के साथ था। जिसमें हरिद्वार से हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत ने अपनी किस्मत अजमाई तो पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने बड़े मार्जिन से जीत हासिल करी। नैनीताल से कांग्रेस ने मौजूदा सांसद केसी सिंह बाबा पर दोबारा मौका दिया तो भगत सिंह कोश्यारी ने जीत हासिल करली। टिहरी से भाजपा ने राजपरिवार की बहु माला राज लक्ष्मी को मैदान में उतारा तो विजय बहुगुणा के बेटे ने किस्मत आजमाई पर साकेत बहुगुणा को हार का सामना करना पड़ा। पौड़ी और अल्मोड़ा में भी भाजपा को ही जीत मिली जिसमें पौड़ी से बीजेपी के दिग्गज नेता बीसी खडूरी ने कांग्रेस के हरक सिंह रावत को हराया। फिलहाल हरक सिंह रावत कांग्रेस छोड़ भाजपा के विधायक है। अल्मोड़ा में फिर से प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा को मैदान में उतारा जिसमें अजय टम्टा ने बाजी मारी थी और आज अजय टम्टा उत्तराखंड के कपड़ा मंत्री हैं। 2019 में लगातार तीसरी बार प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में देखे जा रहे है। 2019 में देखने की बात है कि उत्तराखंड की जनता किस पार्टी को बहुमत के साथ दिल्ली भेजती है।

 

 

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