नई दिल्लीः लोकतंत्र का त्योहार कहे जाने वाला तंत्र लोकसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही नई नेता अपना रंग और पाला बदलते दिख रही है। पाला बगलने पर कई नेताओं को टिकट मिल रही है, तो कई को आसवास मिल रहा है। एक टिकट पर दो या उस से ज्यादा दावेदार देखे जा रहे है। तो वही एक दावेदार ऐसी भी है जिनको एक सीट से दो टिकट मिल गये है। वह भी तब जब उस प्रत्याशी के पिता हत्या के जुर्म में जेल के अंदर है।जिहा हम बात कर रहे है। तनुश्री त्रिपाठी की जिन्हें राहुल गांधी और शिवपाल यादव दोनों ने ही महाराजगंज लोकसभा सीट से टिकट दे दिया। इस से भी दिलस्प बात यह है। कि तनुश्री के पिता अमरमणि त्रिपाठी इस समय कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में दोषी है और जेल में सजा काट रहे है। यही कारण रहा की विपक्ष और कवयित्री मधुमिता शुक्ला की बहन के विरोध के बाद कांग्रेस को तनुश्री का टिकट काटना पड़ा। इन सब बातो से पहले बुधवार को कांग्रेस ने अपनी 13 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी करी, जिसमें तनुश्री को महाराजगंज से कांग्रेस ने टिकट दिया था पर कई सगठनों के विरोध करने पर पार्टी ने उनका टिकट काटकर महाराजगंज के पूर्व सांसद हर्षवर्धन की बेटी सुप्रिया श्रीनेत को टिकट दे दिया गया हैं । सुप्रिया गोरखपुर की रहने वाली हैं और पूर्व पत्रकार हैं। सुप्रिया महाराजगंज से पूर्व सांसद और कांग्रेस के कद्दावर नेता हर्ष वर्धन की बेटी हैं। हर्षवर्धन का 2016 में निधन हो गया था। वह एक हफ्ते पहले ही प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला से मिल चुकी थीं।तनुश्री को कांग्रेस के अलावा शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने भी तनुश्री पर भरोसा जताते हुए पार्टी का टिकट दिया था। तनुश्री लंदन से पढ़ाई कर लौटी हैं। इससे पहले उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी शिक्षा ली है। तनुश्री पहले से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से प्रभावित थीं और कई मौकों पर उनकी तारीफ भी कर चुकी हैं। 28 साल की तनुश्री ने 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने भाई अमनमणि के लिए भी प्रचार किया था। अमनमणि नौतनवां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं।