नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में अपना नाम सबसे आगे रखने की होड़ नेताओं में सिर चढ़कर बोल रही है, जिसके लिए नेताओं ने एक नया रास्ता निकाला है। हर एक नेता विवादित बयान देकर पार्टी और अपने नाम को लाइम लाइट में रहना चाहता है। पर इस लाइम लाइट के चक्कर में सबसे ज्यादा परेशानी चुनाव आयोग को हो रही है।चुनाव आयोग ने इस से पहले एक्शन लेते हुए सीएम योगी , मेनका गांधी, आजम खान, और सिध्दू जैसे बड़े और दिग्गज नेताओं पर कुछ दिन का प्रतिबंध लगाया। पर इस के बावजूद नेता अपनी राजनीति को चमकाने के लिए ऐसे विवादित बयान देते नजर आ रहे है। हालांकि चुनाव आयोग की कार्रवाई नेताओं के लिए कम असरदार दिख रही है। मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने विवादित बयान देते हुए मुस्लिमों से कहा कि, “अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम गाना होगा और भारत माता की जय कहना होगा।” गिरिराज सिंह ने कहा कि आरजेडी के उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि वंदेमातरम नहीं बोलूंगा। बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुर्ता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता वो इस बात को याद रखें कि अरे गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए। तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा।अमित शाह की रैली के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि कुछ लोग बिहार की धरती को रक्तरंजित करना चाहते हैं, सांप्रदायिक आग फैलाना चाह रहे हैं, लेकिन BJP जब तक है न बिहार में ऐसा होगा और न बेगूसराय की धरती पर वे ऐसा होने देंगे।दिलचस्प ये है कि जिस बेगुसराय सीट से गिरिराज सिंह चुनाव लड़ रहे हैं वहां से सीपीआई की तरफ से कन्हैया कुमार और महागठबंधन ने तनवीर हसन को उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। मुकाबला त्रिकोणीय होने के स्थिति में यह सीट काफी चर्चा में है।