नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। पहले चरण के नामांकन लगभग हर राज्य में पूर्ण हो गये है। नामांकन प्रक्रिया करते समय कई ऐसी खबरे समाने आ रही है। जिसमें कई रोचक खबरे भी देखी जा रही है। कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड से भी एक ऐसी खबर सामने आई जिसने जनता को चोकाया भी और हंसाया भी, जहां पार्टी की लिस्ट जारी करने के बाद प्रत्याशी नामांकन करने नहीं पहुंचा और कारण तबीयत खराब को बता दिया। और अब एक खबर बिहार से आ रही है। जिसमें नामांकन करने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एक व्यक्ति शराब पी कर पहुंच गये। यह खबर रोचक इस लिए मानी जा रही है। क्योंकि बिहार में तो शराब खुद मुख्यमंत्री जी ने बंद कराई थी।बिहार की इस खबर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर सवाल खड़े कर दिये है। यह घटना बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट की है। जहां नामांकन के अंतिम दिन एक व्यक्ति शराब पी कर पर्चा भरने पहुंच गये। और पुलिस ने उन्हें तुरत शराब पीकर आने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया। यह शराबी उम्मीदवार भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत नागरह गांव निवासी राजीव कुमार सिंह है जो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरने पहुंचे। जांच करने पर राजीव सिंह के शरीर में 117.6 एमएल शराब होने की पुष्टि होने पर उन्हें न्याययिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गौर करने वाली बात यह है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब पुर्ण रूप से बंद कर दी गई है।ऐसी ही रोचक खबर उत्तराखंड में भी देखी गई जिसमें यूकेडी के दो प्रत्याशी नामांकन करने ही नहीं पहुंच पाये। जिसमें एक नैनीताल लोकसभा के प्रत्याशी थे जो नामांकन के निर्धारित समय से 3 मिनट देरी से पहुंचे। तो वही टिहरी लोकसभा सीट पर यूकेडी के प्रत्याशी ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया।