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दो दिन बाद बेटे की मौत की खबर सुनते ही बिलख पड़े माता पिता


लाइव अपडेटः दिवंगत प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर विशेष विमान से देहरादून के बाद पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई पट्टी पर पहुंचा। जहां से वाहन से देव सिंह मैदान लाया गया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, केन्द्रीय मंत्री अश्वनि चौबे ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य भी अंतिम दर्शन के लिए पहुंची।

बता दें कि देव सिंह मैदान से पार्थिव शरीर खड़कोट में प्रकाश पंत के आवास पर ले जाया जाएगा। जहां परिजनों ने उनके दर्शन किए। यहां से अंतिम यात्रा निकली गई। रामेश्वर घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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देहरादूनः राज्य के सबसे लोकप्रिय राजनेता और वित्तमंत्री प्रकाश पंत इस दुनिया में नहीं रहे। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।  वित्तमंत्री प्रकाश पंत का अमेरिका के टेक्सास में बुधवार को निधन हो गया था। वे कैंसर से पीडित थे। प्रकाश पंत के निधन की सूचना उनके माता पिता को शुक्रवार को दे दी गई। बेटे की खबर सुनते ही माता पिता कुछ पल के लिए सुन्न पड़ गए। माता पिता को प्रकाश की मौत की खबर बड़े भाई कैलाश पंत ने बताई। बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद दोनों निश्चेष्ट रह गए। और दोनों की आंखों से आंसू बहते रहे।

खबर मिलने पर परिवार के लोगों ने दोनों को संभाला। परिवार के दूसरे सदस्यों ने पहले से ही खबर माता पिता तक पहुंचने पर चिकित्सकों की टीम को पहले ही घर पर बुला लिया था। बता दें कि प्रकाश पंत के पिता मोहन चंद्र पंत बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ हैं, वही उनकी मां भी बीमार हैं। परिवारवालों ने पार्थिव शरीर के देर से पहुंचने के वजह से माता पिता को इस खबर से दूर रखा। लेकिन पार्थिव शरीर के शनिवार को पहुंचने पर बेटे की मौत की खबर माता पिता को दे दी। खबर सुनने के बाद दोनों स्तब्ध हो गए। और उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी। जिसके बाद परिवार के लोगों ने उनका साथ दिया और समझाया। माता पिता कि हालत बिगड़ने पर घर पर स्थित चिकित्सकों ने दोनों का चेकअप किया।

बता दें कि प्रकाश पंत आखिरी बार मार्च 2018 में पिथौरागढ़ आए थे। 19 मार्च को उन्होंने विधायक विशन सिंह चुफाल के आवास पर और  20 मार्च को अपने आवास पर होली खेली थी। 21 मार्च को छरड़ी के दिन आवास पर मिलने आए लोगों को अबीर-गुलाल लगाया था। 22 मार्च को वह पिथौरागढ़ से देहरादून चले गए थे।  59 वर्षीय पंत लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 30 मई को उन्हें कैंसर के इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था। उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम तक अमेरिका से देहरादून पहुंचने की संभावना है।

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