देहरादूनः मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मातृशक्ति शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समाज व प्रदेश के समग्र विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना जरूरी है।
वर्तमान में नारी हर क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है। प्रदेश की बेटियों ने हर क्षेत्र में नाम रोशन किया है। आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां महिलाएं शीर्ष स्थान पर न हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिला सशक्तीकरण के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए बिना ब्याज के पांच लाख रूपये तक का लोन दिया जा रहा है।
ग्रामीण आर्थिकी के विकास की सारी योजनाएं महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत पैनिक बटन व शी-बाॅक्स (She-Box) की शुरूआत की गई है। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के संकल्प को पूरा करने के लिए हमें मिलकर पूरी इच्छा शक्ति से इस दिशा में आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बेटे-बेटी में भेदभाव को दूर करना होगा. यह तभी हो सकता है जबकि हमारी संकीर्ण मानसिकता दूर हो। भारतीय समाज में हमेशा बेटियों के विवाह के बारे में ही सोचा जाता है। जबकि उनकी पढ़ाई व कैरियर पर अधिक ध्यान देना चाहिए। राज्य सरकार की एक योजना गौरादेवी कन्याधन योजना है जिसमें बेटी के जन्म से लेकर विवाह तक कई चरणों में धनराशि का प्राविधान था।
अब हमने विवाह के बजाय बेटी के इंटरमीडिएट करने पर ही पूरी धनराशि दिए जाने का प्रावधान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या भ्रुण हत्या एक अभिशाप है। इस बुराई को सामाजिक चेतना से दूर किया जा सकता है। अगर कहीं पर इस तरह का कृत्य पता चलता है तो सरकार को अवगत कराएं। सीएम हेल्पलाईन 1905 पर भी सूचित कर सकते हैं। सरकार सख्त एक्शन लेगी।