हल्द्वानीः उत्तराखंड के पहाड़ी ईलाकों में कई लोगों के मौत का कारण अंगीठी बनती जा रही है। रविवार की रात को जब नैनीताल के तल्ला रामगढ़ में प्रदीप ढैला का पूरा परिवार अंगीठी के सहारे बैठा था। प्रदीप का बेटी चित्रा ने अपनी रसोई का दरवाजा खोला तो जोर का धमाका हुआ। धमाके के कारण चित्रा का सिर दिवार से लगने से गहरी चोट आ गई। अस्पताल में ईलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि परिवार के लोग कमरें में अंगीठी जला कर बैठे थे तभी चित्रा ने रसोई का दरवाजा खोल दिया। गैंस सिलेंडर का पाइप फटने से दरवाजा खुलते ही गैंस ने आग पकड़ली और जोर का धमाका हुआ , जिसके बाद चित्रा के सिर में गभीर चोट लग गई थी। धमाके में चित्रा की माँ और भाई भी जख्मी हो गये। अस्पताल में दिखाने के बाद डॉक्टर ने चित्रा की माँ और भाई को हल्द्वानी रेफर कर दिया। धमाका इतना जोर से हुआ कि पड़ोसियों के भी घर हिल गए। चित्रा घर में सबसे छोटी थी चित्रा की मौत के बाद घर वालों का रो-रो कर बूरा हाल है। चित्रा के चाचा भाजपा के मंडल मंत्री हैं। चित्रा का सोमवार को पोस्टमार्टम किया गया जहॉ चित्रा के पिता और दादा फुट-फुट कर रो पड़, चित्रा के पिता प्रदीप ने बताया कि उनकी बेटी घर में सबकी लाडली थी, चित्रा अपने पिता को रोज फोन कर जल्दी घर आने को बोलती थी। प्रदीप एक समानय किसान होने के बावजूद भी अपने दोनों बच्चों को पब्लिक स्कूल में पड़ाता था। चित्रा कक्षा 3 में पड़ती थी और उसकी उम्र 12 वर्ष थी। जानकारी के मुताबिक सिलेंडर पाँच महीनें पहले भराया था। उसकी पाइप फटी थी जिसकी जानकारी परिवार को नहीं थी। लीकेज और कमरे में अंगीठी के कारण धमाका हुआ । डॉक्टर ने बताया कि बच्ची का चेहरा बहुत जल चुका था। और सिर की हड्डी चकनाचूर हो गई थी। बच्ची के सिर पर चोट के कारण मौत हुई।