हल्द्वानी: विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। साल 2022 में चुनाव को लेकर कार्यकर्ता अपनी पार्टी के समक्ष दावेदारी पेश कर रहे हैं। हल्द्वानी विधानसभा हर चुनावों में हॉट सीट रही है। कांग्रेस की बात करें तो इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद पार्टी को हल्द्वानी में दोबारा किसी चेहरे की तलाश है। कांग्रेस को लगातार दो बार यहां से जीत मिली है। वहीं आगामी चुनावों को लेकर करीब 11 कांग्रेस नेताओं ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
रविवार को कांग्रेस कार्यालय स्वराज आश्रम में एआइसीसी की तरफ से नियुक्त पर्यवेक्षक सुरेंन्द्र कुमार ने हल्द्वानी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की चाह रखने वाले 11 नेताओं से बात की। उन्होंने कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों से चुनाव लेकर पार्टी के लिए क्या बेहतर हो सकता है, इसके लिए राह ली। यह वर्ता एक बंद कमरे में हुई और कार्यकर्ता अपने- अपने समर्थक दावेदारों का समर्थन करते नजर आए।
हल्द्वानी विधानसभा सीट से कांग्रेस पब्लिसिटी कमेटी अध्यक्ष सुमित हृदयेश, प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया, राज्य आंदोलनकारी ललित जोशी, पीसीसी मेंबर एनबी गुणवंत, राज्य आंदोलनकारी हुकम सिंह कुंवर, प्रदेश उपाध्यक्ष हेमंत बगड़वाल, एआइसीसी मेंबर प्रयाग दत्त भट्ट, प्रदेश महामंत्री इकबाल भारती, पूर्व महासचिव खजान पांडे, महिला प्रदेश उपाध्यक्ष शशि वर्मा व महामंत्री शोभा बिष्ट ने दावेदारी पेश की है।
उत्तराखंड चुनाव के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है। अभी से सेंट्रल टीम सभी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। लगातार जनसंपर्क को जोर दिया जा रहा है। इसी के चलते कांग्रेस हाईकमान ने लोकसभा क्षेत्र, जिले व विधानसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। वह दावेदार के जनसमर्थन को देख रहे हैं और सभी पर आंकलन करने के बाद रिपोर्ट आलाकमान को भेजेंगे। एक-एक दावेदारों व कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षक से एक अलग कक्ष में बात की है और अपनी दावेदारी के बारे में बताया। इसके साथ ही दस से अधिक पार्षदों ने अपनी राय दी। दावेदारों में एक नाम खजान पांडे का भी है जो पार्टी से निष्कासित चल रहे हैं और फिलहाल उनकी ज्वाइनिंग पार्टी में नहीं हुई है। रविवार को एक कार्यकर्ता के माध्यम से उन्होंने टिकट दावेदारी को आवेदन प्रस्तुत किया। बता दें कि पूर्व प्रदेश महासचिव खजान पांडे को निकाय चुनाव के बाद पार्टी ने निष्कासित कर दिया था।