हल्द्वानी: नए शिक्षा सत्र की शुरुआत के साथ ही निजी स्कूलों द्वारा फीस और किताबों की कीमतों को लेकर की जा रही मनमानी पर अब शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। शहर के चार निजी स्कूलों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) गोविंद राम जायसवाल ने जांच के आदेश दिए हैं।

सीईओ ने प्रत्येक स्कूल के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
- ऑर्डन पब्लिक स्कूल की जांच की जिम्मेदारी तारा सिंह को दी गई है।
- मदर ग्लोरी पब्लिक स्कूल की जांच रामनगर के बीईओ करेंगे।
- निर्मला स्कूल हल्द्वानी और एसजीआरआर बिंदल पब्लिक स्कूल की जांच बीईओ हल्द्वानी को सौंपी गई है।
सीईओ ने स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बुक सेलर्स पर भी कसा शिकंजा
जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और जीएसटी विभाग की संयुक्त टीमों ने हाल ही में हल्द्वानी शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में किताब की दुकानों पर छापेमारी की।
जांच के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं –
- बिना आईएसबीएन नंबर वाली किताबों की बिक्री
- बिल जारी न करना
- स्टॉक रजिस्टर और अन्य दस्तावेजों में गड़बड़ी
राज्यकर विभाग की ज्वाइंट कमिश्नर हेमा बिष्ट के अनुसार, सात किताब विक्रेताओं को नोटिस जारी कर दिए गए हैं और उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। निर्धारित समय पर जवाब न देने पर विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।
प्रशासन की इस सख्ती से साफ है कि अब शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और नियमों के पालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
