हल्द्वानी, मंथन रस्तोगी: केवल एक व्यक्ति, एक प्रतिभा के कारण शहर को देखने का नजरिया बदल जाता है। एक हुनरमंद युवा अपने साथ साथ सबको आगे लेकर जाता है। जैसे रांची के लिए महेंद्र सिंह धोनी हुए, ठीक वैसे ही हल्द्वानी के लिए ये काम आर्यन जुयाल द्वारा किया जा रहा है। हल्द्वानी निवासी आर्यन जुयाल ने विजय हजारे ट्रॉफी के इस सीजन में दो शतक और दो फिफ्टी से भारतीय टीम का दरवाजा भी खटखटा दिया है।
21 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज आर्यन जुयाल हल्द्वानी के रहने वाले हैं और उत्तर प्रदेश की टीम से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के इस सीजन में अबतक आर्यन जुयाल के बल्ले से दो शतक निकले हैं। पहला शतक हैदराबाद के खिलाफ टीम को जीत दिलाने में कामयाब रहा था। जबकि दूसरा शतक महाराष्ट्र के खिलाफ टीम की हार को जीत में नहीं बदल सका।
महाराष्ट्र के खिलाफ आर्यन ने 158 रनों की पारी ने एक बात सिद्ध कर दी कि “ये लड़का हार मानने वालों में से नहीं है”। एक वक्त पर जब टीम अपने सात विकेट खो चुकी थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि मुकाबले में यूपी के लिए उम्मीदें बंध भी सकेंगी। मगर आर्यन की सूझबूझ भरी पारी ने वो सब कर के दिखाया जो आप किसी सीनियर खिलाड़ी से चाहते हैं।
केवल 21 साल की उम्र में आर्यन ने अपना कद बढ़ा लिया है। आज पारी के दौरान कमेंटेटर ने आर्यन को आयरन नाम दिया क्योंकि ये पारी ही कुछ ऐसी थी। उनका कहना था कि ये पारी मजबूत पारी है। वाकई, केवल ये पारी नहीं मुंबई के खिलाफ 82 रनों की पारी और उससे पहले चंडीगढ़ के खिलाफ 75 रनों की पारी ने भी कुछ विशेष झलकियां दिखाई थी।
बहरहाल, अंडर 19 लेवल पर भारतीय जर्सी में खेल चुके आर्यन की नजरें निश्चित तौर पर अब इंडिया के बुलावे पर हैं। हल्द्वानी, उत्तराखंड के फैंस भी आर्यन को नीली जर्सी में देखना चाहते हैं। आर्यन का अगला पड़ाव भले ही अगले महीने शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी होगी मगर ये सब जानते हैं कि दिसंबर में होने वाली आईपीएल नीलामी आर्यन के लिए बड़ा ब्रेक साबित हो सकती है।