हल्द्वानी: शहर में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति कई सालों से है। नगरनिगम हर साल इसे पार पाने की बात करता है लेकिन शहरवासियों को आजतक इस परेशानी से निजात नहीं मिल पाया है। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। शाम को शुरू हुई बारिश से शहर के मुख्य मार्गों ने तालाब की शक्ल ले ली। वॉर्ड नंबर 59 और बरेली रोड के कुछ हिस्सों में बारिश ने नालों का गंदा पानी और कचरा सड़कों और गलियों में बिखर गया। इसके अलावा कालाढूंगी रोड और नवाबी रोड तालाब में तब्दील हो गई।
गुरुवार को बारिश के चलते उमस से निजात तो मिली, लेकिन उन क्षेत्रों की परेशानी बढ़ गई जहां जलभराव होने लगा। इंदिरानगर नाले का पानी वार्ड की गलियों में फिर भर गया। बरेली रोड गोल्डन फर्नीचर के पास से होकर गुजरने वाले नाले ने चौधरी कॉलोनी में मुसीबत पैदा की। नूरी मस्जिद के बगल से होकर गुजरने वाले नाले ने निशाद स्कूल, भैरव गढ़ी के अलावा गौजाजाली के कुछ हिस्से में जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कब्रिस्तान के पास से होकर गुजरने वाले नाले से भी भैरवगढ़ी के के कुछ हिस्से में जलभराव हुआ। इसके अलावा मंडी से तीन पानी तक जो रोड खराब है वहां पर पानी भर गया और कई दोपहियां वाहन स्लिप भी हुए।
बता दें कि जलभराव की परेशानी के चलते कई पार्षद नगर निगम के खिलाफ खड़े हैं। उनका कहना है कि सालों से ये परेशानी हो रही है। हल्द्वानी के कुमाऊं का द्वार कहा जाता है और अगर यहां कि स्थिति ऐसी रहेगी तो अन्य इलाकों का क्या होगा। जनता के विरोध के सामने हमें करना पड़ता है और परेशानी लेकर निगम जाते हैं अधिकारी नजरअंदाज कर देते हैं। बारिश के मौसम में तमाम बीमारियां पैदा होती है और यह उन्हें आमंत्रित करती है। तमाम तकनीक मौजूद हैं और उनका इस्तेमाल कर शहर को जलभराव से मुक्त करना चाहिए।