हल्द्वानी: बीसीसीआई के उपाध्यक्ष महिम वर्मा कुमाऊं के दो दिवसीय दौरे पर हैं। रविवार को वो हल्द्वानी पहुंचे और उन्होंने पत्रकार वार्ता भी की। उन्होंने साफ कहा कि अगर उत्तराखंड क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाना हैं तो पहाड़ों में क्रिकेट को बढ़ावा देना होगा। पहाड़ों में फिलहाल क्रिकेट इतना नहीं है लेकिन हमारी कोशिश है कि वहां पर युवा खिलाड़ियों को संसाधन दिए जाए। पहाड़ों में सबसे पहले युवाओं के अभ्यास के लिए टर्फ विकेट बनानी होगी और इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है।
उपाध्यक्ष महिम वर्मा ने कहा, आज पहाड़ के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुनर का लोहा मनवा रहे। बीसीसीआइ व सीएयू मिलकर पहाड़ में उमदा क्रिकेट मैदान तैयार करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। ताकि ढांचागत सुविधाएं तेजी से विकसित कर प्रतिभाओं को उभारने में मदद मिल सके। पहाड़ों की प्रतिभा को सामने लाने के लिए ब्लॉक व स्कूल स्तर टूर्नामेंट कराए जाने की जरूरत है। उत्तराखंड क्रिकेट टीम के लचर प्रदेश पर उन्होंने कहा कि हर मजबूत ढांचा तैयार करने में वक्त लगता है। उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम के मुकाबले मजबूत टीमों से हुए हैं जो सालों से क्रिकेट खेल रही है। फैंस को अपने खिलाड़ियों को वक्त देना होगा और सपोर्ट करना होगा। आप देखना पांच साल बाद राज्य की टीम घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहेगी।
खिलाड़ियों के अलावा बीसीसीआई मान्यता प्राप्त कोचों को भी मौके दिए जाएंगे। महिम वर्मा ने कहा कि गढ़वाल व कुमाऊं में एक-एक एकेडमी शुरू करने की योजना है, जिसमें एक निश्चित समय अवधि के लिए प्रोफेशनल कोच नियुक्त किए जाएंगे। इन कोचों के साथ बीसीसीआइ के लेवल एक और दो के कोचों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। अंडर-19 खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप महिम वर्मा ने कहा कि अब तक अंडर-16 आयु वर्ग के खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप दी जाती है। जल्द ही अंडर-19 आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए भी स्कॉलरशिप स्कीम शुरू की जाएगी। पत्रकार वार्ता के दौरान सीएयू के काउंसलर दीपक मेहरा, जिला नैनीताल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित हृदयेश, उपाध्यक्ष राजू नेगी, जगदीश बोरा, कोषाध्यक्ष कमल पपनै, संयुक्त सचिव विकास पाडे आदि मौजूद रहे।