हल्द्वानीः एक हफ्ते बाद कालाढूंगी रोड स्थित जीजीआईसी की 10वीं की छात्रा की संदिग्ध हालातों में हई मौत में कोतवाली पुलिस ने जीजीआईसी की प्रिंसिपल, दो शिक्षिकाओं और एक अज्ञात कराटे कोच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। छात्रा के पिता ने मानवाधिकार आयोग को भी लिखित शिकायत भेजी थी।
बता दें कि मामला एक हफ्ते पहले का है। अल्मोड़ा जिले के कोसी कटारमल निवासी नंदन सिंह बिष्ट की 16 साल की बेटी रितु जीजीआईसी में 10वीं की छात्रा थी। वह गैस गोदाम रोड हरिपुर नायक स्थित अपनी बुआ के घर में रहती थी। मंगलवार सुबह आठ बजे वह स्कूल पहुंची और पेट दर्द की बात कहकर टेबल पर सो गई। छात्राओं और शिक्षिकाओं ने देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा है और उल्टी भी हो रही हैं। यह देख प्रिंसिपल छात्रा को तुरंत इलाज के लिए बेस अस्पताल लेकर पहुंची। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। मुंह से झाग निकलने पर छात्रा द्वारा जहर खाने की आशंका जताई जा रही थी।
मृतका के पिता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपने के साथ ही मानवाधिकार आयोग को भी मामले की शिकायत भेजी। इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने जीजीआईसी की प्रिंसिपल, चिलवाल मैम, वंदना मैम और एक अज्ञात कराटे कोच के खिलाफ धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं कोतवाल विक्रम राठौर का कहना है कि एसआई प्रीति को मामले की विवेचना सौंपी गई है। बता दें कि मामले के बाद रितु के साथ पढ़ने वाली छात्राओं ने पुलिस के पास पहुंचकर रितु की मौत का कारण शिक्षकों द्वारा उसके साथ किए गए व्यवहार को बताया था। छात्राओं ने पुलिस को बताया था कि अनुसार एक दिन पहले प्रिंसिपल के साथ दो अन्य शिक्षिकाओं ने रितु के साथ बुरी तरह से मारपीट की और एक कराटे कोच ने रितु पर गलत आरोप भी लगाए थे। इसके बाद से रितू मायूस हो गई।