हल्द्वानीः कठिन संघर्ष और लंबे इंतजार के बाद भाजपा के प्रदेश महामंत्री गजराज सिंह बिष्ट को सब्र का फल मिल ही गया । छात्र राजनीति से लेकर भाजपा युवा मोर्चे तक की कमान संभाल चुके गजराज सिंह बिष्ट का निस्वार्थ भाव देख कर भाजपा ने सब्र के फल के रूप में गजराज सिंह बिष्ट को मंडी परिषद बोर्ड का अध्यक्ष चुना है। जिसके बाद दर्जा प्राप्त मंत्री बनने के बाद गजराज सिंह बिष्ट का हल्द्वानी शहर में ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया गया ।
गजराज सिंह बिष्ट का राजनैतिक सफर तीस वर्षो का है । जिसमें गजराज सिंह बिष्ट ने भाजपा को कई सफलता दिलाई और साथ ही पार्टी की हार की भी पूर्ण जिम्मेदारी भी ली, जिसका उदाहरण 2009 के लोकसभा चुनाव में देखा गया । गजराज सिंह बिष्ट ने 2009 लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए भाजपा युवा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया । गजराज सिंह बिष्ट अपने सरल स्वभाव के लिये भी जाने जाते है । यही कारण हैकि गजराज बिष्ट युवाओ के चहिते भी माने जाते है ।
गजराज सिंह बिष्ट का मंडी परिषद बोर्ड का अध्यक्ष बनने का एक कारण यह भी है कि वे खुद किसान परिवार के बेटे है और साथ ही युवाओं के अलावा किसानों के नेता भी माने जाते है । यही कारण था कि गजराज उत्तर प्रदेश के समय नें किसान मोर्चे के भी प्रदेश महामंत्री थे ।
गजराज सिंह बिष्ट ने भाजपाई कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता पहाड़ के किसानों की खेती का लाभ पहले किसानों को पँहुचाया जायेगा । तथा प्रधानमंत्री के 2022 तक किसानों की आये को दोगुना करने के एजेंडे पर कार्य किया जायेगा ।
गजराज सिंह बिष्ट का मंडी परिषद बोर्ड का अध्यक्ष बनने के बाद प्रथम आगमन पर भाजपाई कार्यकर्ताओं ने कठघरिया से बाईक रैली निकाल कर ब्लाक, ऊंचापुल, कुसुमखेड़ा और मुखानी होते हुए भाजपा कार्यलय में उनका स्वागत किया । गजराज सिंह बिष्ट के साथ जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट , पूर्व केन्द्र मंत्री बच्ची सिंह रावत के अलावा कई भाजपाई नेता मौजूद रहे ।