हल्द्वानी: सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे मरीज रक्षाबंधन के त्योहार में बहनों का प्यार पा सकेंगे। उनकी कलाई में भी राखी दिखेगी। प्रशासन ने इसकी इजाजत देने पर विचार कर रहा है। हालांकि इसके लिए नियम बनाया गया है। बहनों को राखी का लिफाफा सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के गेट पर देना होगा। पहचान के लिए लिफाफे में भाई का नाम और मोबाइल नंबर लिखना होगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज प्रशासन के पास एक अन्य प्लान भी है। बिना लक्ष्यण वाले कोरोना संक्रमितों को बहनें पीपीई किट पहनकर राखी बांध सकती हैं। इसकी पूरी व्यवस्था मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा की जाएगी। दोनों विकल्पों पर प्रशासन द्वारा विचार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है मरीजों को त्योहार बनाने का अवसर जरूर मिलेगा।
बता दें कि रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कोरोना वायरस से जूझ रहे 260 मरीज भर्ती हैं। इसमें से 130-140 मरीज ऐसे हैं जिनमें कोरोना वायरस के लक्ष्यण कम हैं। इसी को देखते हुए हॉस्पिटल प्रशासन राखी भिजवाने के प्लान पर विचार कर रहा है।
रक्षा बंधन का त्योहार तीन अगस्त को बनाया जाएगा। त्योहार को देखते हुए सरकार ने भी इस बार नैनीताल जिले में शनिवार-रविवार को लगने वाली लॉकडाउन व्यवस्था को भी रद्द कर दिया है ताकि त्योहार के लिए लोग खरीदी कर सकें। दूसरी तरफ उत्तराखंड में कुल कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 7065 हो गया है, इसमें से 3996 लोग ठीक हो गए हैं। वहीं राज्य में कोरोना वायरस के वजह से 76 लोगों की मौत हुई है और फिलहाल 2955 एक्टिव केस हैं।