हल्द्वानी: हर्ष रावत: उत्तराखंड सहित देश में चल रहे लॉक डाउन को लेकर पुलिस महकमा पूरी तरह से लॉक डाउन का पालन करवा रहा है। लगातार पुलिस के जवान 12 से 14 घंटे ड्यूटी कर लॉक डाउन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं कुछ ऐसे भी पुलिस वाले हैं जो अपने परिवार से नहीं मिल पा रहे हैं क्योंकि हम और आप अपने घरों में सुरक्षित रहें इसलिए वह अपने परिवार से दूर हैं ऐसे ही एक कहानी है। उत्तराखंड पुलिस की महिला कांस्टेबल रुचि दत्ता की क्योंकि वह अपने परिवार से दूर रहकर अपना फर्ज निभा रही हैं।
देखिए हमारी इस रिपोर्ट में,यह है उत्तराखंड पुलिस में तैनात महिला कांस्टेबल रुचि दत्ता जो कि अपने फर्ज के लिए अपने माता-पिता से काफी दूर है ताकि हम और आप अपने घरों में सुरक्षित रह सकें। रुचि हल्द्वानी में तैनात है और मुखानी चौराहे पर प्रतिदिन 12 से 14 घंटा ड्यूटी करती हैं और लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पूरी सख्त एक्शन लेती हैं।
रुचि के पिता को कैंसर की बीमारी है जिनका इलाज दिल्ली के एक अस्पताल से चल रहा है और रुचि अपने पिता की लाडली बेटी है, लेकिन ये लाडली बेटी अपने फर्ज के लिये अपने पिता से दूर रहकर बखूबी अपने फर्ज को अंजाम दे रही है। रुचि को अपने पिता और परिवार वालो की याद तो बहुत आती है, लेकिन वो अपने परिवार से पहले फर्ज को अहमियत देती है। उनका परिवार रुद्रपुर में रहता है और इलाज के लिए बार-बार दिल्ली जाना पड़ता है। रुचि बोलती हैं कि लोग अपने घरों में सुरक्षित रहे यही हमारा उद्देश्य है, रही बात परिवार की तो वह उनसे फोन से बात कर लेती हैं या उनसे वीडियो कॉल से बात कर लेती है। रुचि बताती हैं कि जैसे ही लॉक डाउन खत्म होगा तो वो अपने पिता को इलाज के लिये दिल्ली ले जाएगी, जब रुचि अपने पिता से बात करती है तो वह थोड़ी भावुक जरूर हो जाती हैं।
जिसको वह बया कर पाती फिलहाल रुचि ने लोगो से अपील करते हुए कहा कि सभी अपने घरों में सुरक्षित रहे हम आपके लिए सड़कों पर खड़े हैं किसी भी जरूरत पर आप हमें आवाज दे सकते है।रुचि जैसे लोग इस समय करोना योद्धा की तरह मैदान में डटे हुए हैं ताकि कोई भी व्यक्ति अपने को असुरक्षित ना महसूस कर सके, जिस तरह से यह लोग अपने फर्ज को बखूबी अंजाम दे रहे हैं, ऐसे कोरोना योद्धा को हम सैल्यूट करते हैं, और यह उम्मीद करते हैं कि जल्द स्थिति सामान्य हो और लॉक डाउन हटे ताकि रुचि जैसे कोरोना योद्धा अपने परिवार से मिल सके।