हल्द्वानीः कोरोना वायरस ने उत्तराखंड में दस्तक दे दी है। कोरोना वायरस के वजह से राज्य के लोग खौफ में जी रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस का पहला केस मिलने के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में एमबीबीएस के प्रथम से चतुर्थ ईयर तक के छात्र-छात्राओं की छुट्टी घोषित कर दी गई है। आदेश आज से लागू हुआ है। स्वास्थ्य विभाग विदेश से लौटे 12 लोगों पर नजर बनाए हुए है। शासन से सीएमओ को अब तक विदेश से लौटे 143 लोगों की लिस्ट मिल चुकी है।
बता दें कि देहरादून से शनिवार को कोरोना संदिग्ध दो लोगों के सैंपल जांच के लिए आए थे। रविवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की वायरोलाजी लैब में कोरोना जांच के दौरान एक सैंपल पॉजिटिव आया। इसके बाद प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने देर शाम एमबीबीएस प्रथम से चतुर्थ ईयर तक के छात्र-छात्राओं का 31 मार्च तक अवकाश घोषित कर दिया। प्राचार्य का कहना है कि एमबीबीएस फाइनल ईयर और पीजी के छात्र-छात्राओं की कक्षाएं चलती रहेंगी।
मेडिकल कॉलेज के वायरोलाजी लैब में 16 मरीजों के सैंपल जांच के लिए आ चुके हैं। सोमवार को छह सैंपल की जांच के बाद रिपोर्ट आएगी। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि रविवार को शासन से विदेश से लौटे 12 लोगों की लिस्ट मिली है। सभी के घर सोमवार यानी आज टीम भेजी जाएगी।
नैनीताल जिले के चार सैंपल की जांच हुई। और अब तक एक भी केस पॉजिटिव नहीं आया है। आइसोलेशन वार्ड बनाए जा चुके हैं। डॉ. राणा का कहना है कि जिन निजी अस्पतालों ने अपने यहां आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं, वो कोरोना के मरीजों को रख सकते हैं। मरीज या संदिग्ध की सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। निजी अस्पताल में अगर कोई मरीज या कोरोना का संदिग्ध पहुंचता है तो उसके सैंपल की जांच कराई जाएगी।
उत्तराखंड में स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद हैं। डिग्री कॉलेज, आईटीआई, आंगनबाड़ी केंद्रों और सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। कोरोना महामारी घोषित होने के बाद अब जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सभी अधिकार दे दे हैं। शनिवार शाम को सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में पहले मंत्रि परिषद की बैठक हुई। मंत्रि परिषद के परामर्श के बाद कैबिनेट ने राज्य में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए इस रोग को महामारी घोषित कर दिया है। सरकार ने उत्तराखंड एपिडेमिक डिजीज कोविड-19 रेग्यूलेशन एक्ट 2020 को लागू करने की मंजूरी दे दी है।