हल्द्वानी: मण्डी समिति परिसर में नवनिर्मित ई-नाम भवन व सभागार का लोकार्पण अध्यक्ष उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड गजराज सिह बिष्ट व विधायक नवीन चन्द्र दुम्का ने वैदिक मंत्रो के बीच संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष बिष्ट ने कहा कि केन्द्र सरकार के माध्यम से किसानों की आय दोगुनी किये जाने के उद्देश्य से प्रदेश भर की मण्डियां नई कार्य संस्कृति व ऊर्जा के साथ किसानों के हित में जुटी हैं।
उन्होंने ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार परियोजना के बारे में बताया कि सरकार देश की सभी मण्डियों को ऑनलाइन बाजार के रूप मे विकसित कर रही हैं। जिससे किसानों एव व्यापारियो को कृषि उपज के क्रय, विक्रय के लिए वृहद व सुविधाजनक बाजार उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का शुभारम्भ अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
इस परियोजना की शुरूआत कृषि मंत्रालय द्वारा सर्वप्रथम देश की 21 मण्डियों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की गई। अब बेहतर परिणाम हासिल होने पर देश की 585 मण्डियां इस परियोजना से जुड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 16 मण्डियों मे ई-नाम परियोजना चल रही हैं। इस परियोजना के तहत मण्डी समिति में किसानों की उपज के परिक्षण को नि:शुल्क ई-नाम लैब स्थापित की गई है। विधायक दुम्का ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों मे आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने में मण्डी समितियों की अहम भूमिका हैं। मण्डियों द्वारा सर्वे कराकर आर्गेनिक खेती को पूरे प्रदेश मे प्रोत्साहित किये जाने की दिशा मे प्रदेश सरकार व मण्डियां सकारात्मक कार्य कर रही है।
कार्यक्रम मे चमोली एवं अल्मोड़ा जनपद के किसानों को आर्थिक सहायता के चैक भी वितरित किये।कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रदीप विष्ट, महामंत्री चन्दन सिह, दिनेश खुल्वे, अध्यक्ष फल सब्जी आढ़ती एसोसिएशन जीवन कार्की, अध्यक्ष ग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन तरूण बंसल, प्रबन्ध निदेशक कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड बीएस चलाल, प्रशासक मण्डी एवं उपजिलाधिकारी विजय नाथ शुक्ल, महाप्रबन्धक पीएल शैल, विजय सिह, उप महाप्रबन्धक बीसी जोशी, अनिल कुमार, प्रकाश रावत, चतुर सिह बोरा, आलम नदगली, प्रताप विष्ट, राजेन्द्र सिह जीना, जगदीश विष्ट, मुकेश बोरा, प्रताप बोरा, प्रमोद बोरा, गणेश पंत, सुरेन्द्र नदगली, गोविन्द ताकुली, हरीश आर्य, भूपेन्द्र क्वीरा, हिमांशु मिश्रा, सचिव मण्डी विश्व विजय सिह देव, ललित मोहन पाण्डे, गणेश त्रिपाठी आदि मौजूद थे।