हल्द्वानीः लंबे समय अंतराल के बाद हल्द्वानी की जनता को कई टन कूड़े और उसकी बदबूदार हवा से निजात मिलने वाली है । हल्द्वानी नगर निगम को कूड़ा प्रबधंन संयंत्र की मंजूरी मिलने के बाद अफसरों के साथ-साथ जनता भी काफी खुश है। हल्द्वानी नगर निगम के लिए कूड़े का ढेर काफी समय से गले की फांस बना हुआ था,जिससे निजात पाना मुश्किल दिखाई दे रहा था । हल्द्वानी नगर निगम की परेशानी दोगुनी तब हो गई जब हल्द्वानी नगर निगम के वार्ड 25 में 60 कर दिये गये, जिसके बाद कूड़ा प्रबधंन संयंत्र की जरूरत और भी बड़ गई । हल्द्वानी शहर से रोज कम-से-कम 100 टन कूड़ा रोज निकलता है, जिसको रोज जलाया जाता था और जो प्रदूषण का मुख्य कारण बनकर सामने आ रहा है।
हल्द्वानी नगर निगम को गौलापार में वन विभाग से चार हेक्टेयर भूमि मिली है। अपर सचिव भूपाल सिंह मनराल ने नगर आयुक्त चंद्र सिंह मर्तोलिया को निर्देश देकर दिवार कराने का काम दिया है, जिसके बाद प्लांट का काम शूरू कर दिया जायेगा । संयंत्र का संचालन पीपीपी मोड में होगा। गौलापार में बन रहे कूड़ा प्रबधंन संयंत्र की क्षमता के मुताबिक हल्द्वानी के कूड़े के साथ लालकुआं, रामनगर , कालाढूंगी ,भीमताल के साथ-साथ नैनीताल के कूड़ा भी प्लांट में स्टोर किया जायेगा । हल्द्वानी नगर निगम के मेयर जोगेंद्र सिंह रौतेला ने बताया की कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत और उन्होने इस योजना के लिए सोमवार सुबह मुख्यमंत्री से बात करने के बाद कूड़ा प्रबधंन संयंत्र का शासन ने आदेश जारी किया ।