हल्द्वानी शहर में कुत्तों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बढ़ रहे मामलों ने नगर निगम की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। जो आकंड़े सामने आ रहे हैं वो काफी डरावने हैं। रिपोर्ट की बात करें तो साल 2020 की बात करें तो 6 दिनों में पुरुष-92, महिला-50 टोटल 142 लोगों को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। बेस अस्पताल में सिर्फ छ: दिनों 142 लोगों को रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया है। जिसके द्वारा पता चलता है कि हल्द्वानी शहर की स्थिति कितनी खराब हो चुकी है। हल्द्वानी में नगर निगम और पुलिस प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं फेल हो चुकी है।
इसके अलावा शहर के लोगों के लिए अन्य जानवर भी खतरा बने हुए हैं। आवारा सांडों ने मल्ली बमौरी में आतंक मचाया रका है तो वहीं बुग्गी वालों काम निकल जाने के बाद खच्चरों को भी खुला छोड़ देते हैं। इस बारे में सहायक नगर आयुक्त विजेंद्र चौहान का कहना है कि आवारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए हल्द्वानी में एबीसी सेंटर का निर्माण किया जा रहा है, इस सेंटर में निर्माण के बाद आवारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए नियोजित तरीके से कार्रवाई की जाएगी। जबतक इस सेंटर का निर्माण नहीं हो रहा है तबतक स्थानीय पशु चिकित्सा अधिकारी को कार्रवाई करनी चाहिए। हल्द्वानी के बेस हॉस्पिटल में रैबीज वैक्सीन मौजूद है।
नैनीताल जिला इससे पहले भी आवारा पशुओं के आतंक को लेकर चर्चा में रहता है। नैनीताल में कुत्तों के आतंक के चलते स्थानीय निवासियों ने कई बार प्रशासन को ज्ञापन भी दिया है। सबसे ज्यादा कॉलेज पढ़ने वाले विद्यार्थी इससे परेशान हैं।