हल्द्वानीः आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आप भी इस महिला को सलाम करेंगे। महिला ने कुछ ऐसा किया जिसके चलते उनकी हर तरफ तारीफ हो रही है। पहले पुत्र के नामकरण संस्कार में शामिल होने के लिए दुबई से पहुंचे इंजीनियर पति को पत्नी जो गांव की प्रधान भी हैं लॉकडाउन के नियमों के तहत क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। वहीं नामकरण की पूरी प्रकिया इंजीनियर के छोटे भाई ने करवाई।
बता दें कि योगेश भट्ट दुबई में मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं। उनकी पत्नी पुष्पा भट्ट जो गौलापार जगतपुर गांव की प्रधान भी हैं उन्होने एक बेटे को जन्म दिया। जैसे ही पति को सूचना मिली की उसको बेटा हुआ है तो वे नामकरण में शामिल होने के लिए गुरुवार को अपने गांव पहुंचे। लेकिन गांव पहुंचते ही उन्हे क्वाररंटाइन कर दिया गया। पत्नी ने उन्हें प्राथमिक स्कूल में क्वारंटाइन करवाया।
योगेश के बड़े भाई दीप चंद्र भट्ट का कहना है कि योगेश तीन महीने से दुबई में फंसे हुए थे। बीते दिन वो मुबंई पहुंचे तो उन्हे वहा 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया। इसके बाद गुरुवार को वो मुबंई से दिल्ली और फिर वहां से कार मेें अपने गांव पहुंचे। तो लॉकडाउन के नियमों के साथ उनकी पत्नी ने उन्हे क्वारंटाइन करवा दिया। बेटे का नाम कृष्णा रखा गया है। बता दें कि क्वारंटाइन समय को पूरा करने के बाद योगेश घर आ सकेंगे। पत्नी के इस कदम की हर तरफ चर्चा हो रही है। वहीं योगेश अपने बेटे का चेहरा नही देख सके।