नैनीतालः नैनीताल से एक मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरानी में डाल दिया। जहां करीब 15 दिन पहले परिवारवालों से नाराज होकर दिल्ली से भागी एक नाबालिग लड़की सोमवार को नैनीताल पहुंच गई। शक होने पर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने घर से भागने की बात कबूल कर ली। बाद में पुलिस ने लड़की को सामाजिक संस्था विमर्श के सुपुर्द कर दिया। संस्था ने एसडीएम के निर्देश के बाद लड़की को सूखाताल स्थित क्वारंटाइन सेंटर में सात दिनों के लिए भेज दिया है।
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बता दें कि सोमवार सुबह दस बजे के करीब तल्लीताल बस अड्डे के पास पुलिस की चीता मोबाइल टीम के हेड कांस्टेबल शिवराज सिंह राणा ड्यूटी पर तैनात थे, तभी उन्हें एक किशोरी घूमते दिखाई दी। लड़की से पूछताछ करने के बाद चीता मोबाइल टीम ने तुरंत मामले की सूचना अधिकारियों को दी। एसडीएम विनोद कुमार के आदेश पर पुलिस ने लड़की को चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था विमर्श को सौंप दिया। संस्था की समन्वयक कंचन भंडारी का कहना है कि पुलिस को किशोरी से एक फोन नंबर मिला था, संपर्क करने पर वह उसके पिता का निकला। जब लड़की के पिता से बात हुई तो उन्होने संस्था के पदाधिकारियों को बताया कि उनकी बेटी 15 दिन पहले लापता हो गई थी। उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट दिल्ली के सीमापुरी थाने में दर्ज कराई है। लड़की के नैनीताल में होने की सूचना उसके परिवारवालों को दे दी गई है।
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