हल्द्वानीः राज्य में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। प्रवासियों के आने के बाद से लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ने लगा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब राज्य में निजी लैब और निजी अस्पताल भी कोरोना की जांच कर सकेंगे। प्रबारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे ने आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन करते हुए जांच की अनुमति दी है।
बता दें कि प्रभारी डॉ. पंकज पांडे ने शुक्रवार को निजी लैब और अस्पताल को कोरोना जांच करने की अनुमति दी है। आदेश में लिखा है कि मरीज को आइसोलेशन में रखने,उसकी देखरेख और उसकी जांच की सारी जिम्मेदारी लैब एवं निजी अस्पताल की होगी। इसके साथ ही मरीज की जांच पंजीकृत डॉक्टर की एडवाइस के बाद ही की जाएगी। वहीं लैब और निजी अस्पताल को कोरोना की जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव और निगेटिव आने के बाद उसकी रिपोर्ट शासन और जिला स्तरीय अधिकारियों को देनी होगी। मरीज या संदिग्ध को आइसोलेट करने की जिम्मेदारी भी निजी लैब और निजी अस्पताल की ही होगी। और उसकी सारी जानकारी राज्य एवं जिला स्तर पर स्वास्थय विभाग के अधिकारियों को देनी होगी। वहीं मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसका परीक्षण करने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसका नवीनतम क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल के मुताबिक होगा। अनुमति में जांच की दरों का निर्धारण नहीं किया गया है।
राज्य में कोरोना जांच के ज्यादा केंद्र न होने के चलते कोरोना की जांच को ज्यादा समय लगता है। लेकिन अब निजी अस्पताल और निजी लैब में कोरोना की जांच की अनुमति मिलने के बाद कोरोना जांच में समय भी कम लगेगा। और मरीजों को भी दिक्कतों का सामना नही करना पड़ेगा।